जबलपुर, नईदुनिया रिपोर्टर। जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के व्यवहारिक भौतिकी विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय ई-संगोष्ठी के तीसरे दिन प्रथम व्याख्यान आइपीआर के वैज्ञानिक नितिन बैरागी द्वारा उच्च तापमान वाले सुपर कंडक्टर पर दिया गया। इसके बाद इसरो के वैज्ञानिक रवि कुमार वर्मा द्वारा मटेरियल गुणधर्म पर दिया गया। इन्होंने बताया कि कंपोजिट मटेरियल भविष्य में स्पेस के क्षेत्र में बहुत उपयोगी रिसर्च होंगे। कार्यक्रम के कन्वेनर डॉ.कमल कुशवाह ने बताया की 600 से अधिक देश-विदेश के शोधार्थियों ने संगोष्ठी में हिस्सा लिया व कुल 65 शोधपत्रों का वाचन हुआ। इसमें भारत के साथ यूएस, जर्मनी, ट्यूनिशिया, अल्जीरिया आदि के शोधार्थियों ने अपने शोधपत्रों का वाचन किया। यह संगोष्ठि भविष्य में उपयोग में आने वाले ऊर्जा कुशल उपकरण के विकास निर्माण के लिए सहायक सिद्ध होगी। कार्यक्रम के कोर्डिनेटर डॉ.एसके महोबिया ने बताया कि आज नैनो साइंस व टेक्नोलॉजी, स्मार्ट टेक्नोलॉजी के सत्र के निए डॉ.पूर्णिमा स्वरूप खरे, डायरेक्टर नैनो टेक्नोलॉजी यूआइडी भोपाल व डॉ.हुसैन जीवा खान एनआईटीटीटीआर भोपाल से, डॉ.मंजूलता यादव, प्रो.आरसी गुर्जर एसजीएसआइटीएस इंदौर ने सेशन चेयर की भूमिका निभाई। सेशन कोर्डिनेटर डॉ.रुचि निगम व प्रो.संजय सोनी रहे। समापन समारोह में कई प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किए। डॉ.शैलजा शुक्ला डीन रिसर्च व डॉ.एके शर्मा प्राचार्य जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज ने पूरी की। टीम को शुभकामनाएं दी गईं। कार्यक्रम का संचालन डॉ.वसुधा सक्सेना व प्रो.कंचन सेसिल ने किया। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के संपूर्ण आयोजन में तकनीकी सहयोग प्रो.देवेन्द्र मेड़ा, प्रो.हमिद खान व प्रो.विवेक पागे ने दिया।
Posted By: Ravindra Suhane
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