जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। एमपी स्टेट बार कौंसिल के निर्देश के बावजूद हाई कोर्ट व जिला बार चुनाव की तस्वीर अब तक साफ नहीं हुई है। इसे लेकर संभावित प्रत्याशी विरोध दर्ज कराने लगे हैं। उनका कहना है कि पुरानी कार्यकारिणी का कार्यकाल समाप्त हो गया, तो वह नए सिरे से चुनाव की दिशा में गंभीर हो जाए। लेकिन देखने में आ रहा है कि वेवजह विलंब किया जा रहा है। बार-बार कोई अड़ंगा लगा दिया जाता है। इस वजह से समयावधि आगे खिसकती चली जा रही है।
नए सिरे से जाएंगे हाई कोर्ट : डेमोक्रेटिक लायर्स फोरम के सचिव अधिवक्ता रविंद्र गुप्ता ने साफ किया कि वे पूर्व में जनहित याचिका दायर कर चुके हैं। यदि कुछ दिन और ऐसा ही रहा तो वे नए सिरे से हाई कोर्ट पहुंच जाएंगे। पूर्व में जो दिशा-निर्देश जारी हुए थे, उनका पालन नदारत है। वहीं स्टेट बार के पास पूरा अधिकार है कि वह किसी तरह की नाफरमानी होने पर तदर्थ कमेटी गठित कर सकती है, लेकिन ऐसा अब तक नहीं किया गया। इस वजह से हाई कोर्ट व जिला बार में महज औपचारिकता करके मामले को टाला जा रहा है। इससे संभावित प्रत्याशियों की तैयारी व्यर्थ होने की कगार पर पहुंच रही है। कोविड की तीसरी लहर की आशंका के बीच अधिक दिन चुनाव टला तो साल निकल सकता है। इसके बावजूद गंभीरता न बरती जाना चिंताजनक है। इससे वकीलों के बीच आक्रोश फैलता जा रहा है। कायदे से जैसे ही कार्यकाल समाप्त हो सभी पदाधिकारियों को नवीन कार्यकारिणी के चुनाव की दिशा में सक्रिय हो जाना चाहिए। यह पुरानी परंपरा रही है, जिसका हनन नहीं होना चाहिए।
Posted By: Brajesh Shukla