Legal Notice to Chinese President : जबलपुर। जबलपुर निवासी स्टेनली जॉन लुईस ने अपने अधिवक्ता श्रीकृष्ण मिश्रा के जरिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को लीगल नोटिस भेजा है। इसमें कहा है कि चीन के बुहान शहर से कोरोना वायरस का संक्रमण शुरू हुआ, अतः चीन एक अरब 38 करोड़ रुपए मुआवजा अदा करे। लीगल नोटिस में खुद को यूनाइटेड स्टेट ऑफ एशिया (यूएसए) का प्रेसीडेंट निरूपित करते हुए लुईस ने चेतावनी दी है कि यदि अविलंब मुआवजा राशि अदा नहीं की गई तो वे इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस, हैग, नीदरलैंड में मुकदमा दायर कर देंगे।
स्टेनली जॉन लुईस द्वारा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को नोटिस भेजे जाने का मामला पहना नहीं है। इसके पहले स्टेनली कोहिनूर हीरे पर भी अपना हक जता चुके हैं। उनका कहना था कि कोहिनूर भारत सरकार का नहीं बल्कि उनकी खानदानी संपत्ति है। ब्रिटेन सरकार को उनका हीरा लौटा देना चाहिए। इसके लिए वे कई वर्षों से कानूनी लड़ाई भी लड़ते रहे। चीन के राष्ट्रपति को नोटिस भेजने के बाद एक बार फिर वे सुर्खियों में आ गए हैं।
कौन हैं स्टेनली जॉन लुईस
स्टेनली जॉन लुईस जबलपुर रेलवे स्टेशन के पास एक ढाबा चलाते हैं और इससे होने वाली आय को कानून लड़ाइयों में खर्च करते हैं। वे पैराग्लाइडिंग और कराते में ब्लैक बेल्ट हैं। स्टेनली स्विस बैंक में जमा ब्लैक मनी भारत लाने सुप्रीम कोर्ट में, शिवाजी की भवानी तलवार ब्रिटेन के रॉयल कलेक्शन म्यूजियम से भारत लाने मुंबई हाईकोर्ट में और जलियांवाला बाग हत्याकांड के पीड़ितों के परिजनों को मुआवजा दिलाने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में याचिकाएं लगाई हैं।
Posted By: Prashant Pandey
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