जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। बर्खास्त बिशप मामले में चल रही प्रवर्तन निदेशालय की जांच ने इस मामले में कई परतों को खोलने की तैयारी कर ली है। ईउी ने जांच में पाया कि एसोसिएशन, कंपनी व सोसायटी बनाकर सरकार की आंख्रों की में धूल झाेंकी गई। अब पीसी सिंह व सुरेश जैकब को भोपाल ले जाकर सवाल-जवाब करने की तैयारी है। चर्च आफ नार्थ इंडिया के बर्खास्त बिशप पीसी सिंह और उसके करीबी सुरेश जैकब के निवासों व दफ्तरों पर दो दिन तक चली ईडी की कार्रवाई शुक्रवार को सम्पन्न हो गई। ईडी को जांच के दौरान कई अहम दस्तावेज मिले हैं, जिनमें अलग-अलग संस्थाओं के नाम दर्ज है। इनमें से कुछ संस्थाओं को एसोसिएशन बताया गया है, तो कुछ को कंपनी और जबकि कुछ को सोसायटी। लिहाजा, ईडी की टीम एसोसिएशन, सोसायटी और कंपनी में किए गए प्रत्येक लेनदेन की जानकारी जुटा रही है। दरअसल, इन्हीं तीन आधारों पर विदेशी फंड को लाने और उसे खर्च करने का खेल खेला जाता था। पीसी सिंह और सुरेश जैकब के निवास सहित क्राइस्ट चर्च ब्वायज और क्राइस्ट चर्च गर्ल्स स्कूल से ईडी की टीम कई दस्तावेज अपने साथ ले गई। ईडी ने पीसी सिंह और सुरेश जैकब को राजधानी भोपाल तलब किया है, जहां उनसे और पूछताछ के जरिये पूरे मामले की तहों को उजागर करने की कवायद की जाएगी।
पूछताछ की जद में ये भी :
ईडी की एक टीम ने यूनाइटेट चर्च आफ नार्थ इंडिया ट्रस्ट एसोसिएशन, यूसीएनआईसीए के प्रबंध संचालक संजय सिंह के मुंबई स्थित निवास और दूसरी टीम ने चर्च आफ नार्थ इंडिया के डिप्टी माडरेटर बिशप भीमराव दुपारे के नागपुर में सिविल लाइंस स्थित कार्यालयों पर छापामार कार्रवाई की थी। इन दोनों को भी पूछताछ के लिए भोपाल बुलाया गया है। बहरहाल, अब ऊंट किस करवट बैठेगा यह देखने लायक बात होगी। इस पूरे मामले के बाद से ही ईसाई मिशनरी में हड़कंप मचा हुआ है।
Posted By:
- Font Size
- Close