जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज अस्पताल में एमबीबीएस की 70 सीटें बढ़ाने की हरी झंडी मिल गई है। नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने विभिन्न मानकों पर मेडिकल को खरा पाया, जिसके बाद नई सीटों को स्वीकृति मिल पाई। बढ़ने जा रही नई सीटों पर इसी वर्ष से एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश दिए जाएंगे। एमबीबीएस सीटें बढ़ने से मेडिकल की अधोसंरचना में सुधार के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा। अब मेडिकल में स्वयं का सीटी स्कैन व एमआरआइ यूनिट स्थापित की जाएगी। विदित हो कि करीब एक पखवाड़ा पूर्व एनएमसी की टीम ने मेडिकल का जायजा लिया था। मेडिकल कालेज की डीन डा. गीता गुईन ने बताया कि ईडब्ल्यूएस कोटे को मिलाकर मेडिकल में 180 सीटें हैं, जिनकी संख्या बढ़कर 250 हो जाएगी।
100 करोड़ के कार्य अंतिम चरण मेंः
मेडिकल कालेज के प्रोफेसर डा. परवेज सिद्दीकी ने बताया कि एमबीबीएस सीटें बढ़ने के साथ तमाम विकास कार्य होंगे। वर्तमान में करीब 100 करोड़ रुपये के विकास कार्य निर्माणाधीन होकर अंतिम चरण में हैं। 40-50 करोड़ के कार्य और होने हैं। अधोसंरचना में सुधार के साथ ही नए उपकरण, क्लास रूम, आडिटोरियम, छात्रावास, मरीजों के लिए नए वार्ड, चिकित्सकों व कर्मचारियों के लिए आवासीय परिसर बनाए जाएंगे। अध्ययन व अध्यापन तथा रिसर्च कार्य की गुणवत्ता में अौर सुधार होगा। हर साल देश को 70 और डाक्टर मिल सकेंगे। मेडिकल में डाक्टर, नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ जाएगी जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में सीधा सुधार होगा।
अन्य महानगरों के समकक्षः
जबलपुर का मेडिकल कालेज एमबीबीएस सीटों की संख्या के मामले में भोपाल, इंदौर व ग्वालियर के समकक्ष हो गया है। भोपाल, इंदौर व ग्वालियर में पहले से एमबीबीएस में सीटों की संख्या 250-250 है। डा. सिद्दीकी ने बताया कि मेडिकल में महाकोशल, विंध्य, बुंदेलखंड व बघेलखंड के तमाम जिलों से मरीज उपचार कराने आते हैं। सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल मिलाकर मेडिकल में बिस्तर संख्या 1050 है। एमबीबीएस सीटें बढ़ने से बिस्तर संख्या में और विस्तार होगा। जिससे मरीजों को लाभ मिलेगा।
Posted By: Jitendra Richhariya
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