जबलपुर,नईदुनिया प्रतिनिधि।कटनी जिले में पिछले दिनों एक फाइनेंस कंपनी के हुई डकैती की वारदात के बाद जबलपुर पुलिस सतर्क हो गई है। ऐसी घटना जबलपुर में न हो इसके लिए सोमवार को पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने नान बैकिंग कंपनियों के प्रमुखों के साथ बैठक की। जिसमें सभी कंपनियों को सुरक्षा मानकों को पूरा करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में बताया गया कि नान बैंकिंग सस्थानों में अलार्म सिस्टम एवं सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। जहां यह व्यवस्था नहीं है उन संस्थानों में तत्काल सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाए। पुलिस ने समझाया कि आपराधिक तत्व सुरक्षा व्यवस्था में कमी के मौके का फायदा उठाने में नहीं चूकते, जिसे दृष्टिगत रखते हुए प्रतिदिन समय-समय पर बैंक व फायनेंस संस्थान के आसपास, चायपान के ठेले व साइकिल स्टैण्ड की आकस्मिक रूप से चैकिंग कराई जा रही है। अधिकांश बैंक सस्थानों में प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड लगाए गए हैं। सिक्योरिटी गार्ड को यह बताया जाए कि जिन व्यक्तियों का संस्थान में काम नहीं है और ऐसा कोई व्यक्ति नजर आता है तो तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी जाए। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) गोपाल प्रसाद खाण्डेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर दक्षिण) संजय कुमार अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर (उत्तर/यातायात) प्रदीप कुमार शेण्डे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध समर वर्मा मौजूद रहे।
गांव में हटाया जाए अतिक्रमण
जबलपुर। नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने गांवों में चरनाई, तालाब, श्मशान-कब्रिस्तान पर हुए अतिक्रमण पब्लिक लैंड प्रोटेक्शन सेन बनाकर हटाए जाने पर बल दिया है। डा.पीजी नाजपांडे ने बताया कि हाई कोर्ट के आदेश को लेकर इस सिलसिले में कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन से चर्चा हुई। इस दौरान जबलपुर सहित समूचे प्रदेश में हो रहे अतिक्रमणों को लेकर चिंता जाहिर की गई। साथ ही ज्ञापन सौंपा गया। कलेक्टर ने हाई कोर्ट के आदेश का अध्ययन कर समुचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इस दौरान मनीष तिवारी, डीआर लखेरा, राममिलन शर्मा व सुशीला कनौजिया सहित अन्य मौजूद रहे। .
Posted By: Rajnish Bajpai
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