जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। मुख्यमंत्री बहना योजना के तहत अब एमपी आनलाइन केंद्रों में महिला हितग्राहियों की ई-केवाइसी निश्शुल्क अपडेट की जाएगी। हितग्राहियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। इसके अलावा रविवार को भी अवकाश दिवस में नगर निगम द्वारा आयोजित किए जा रहे वार्ड स्तरीय शिविरों में ई- केवाइसी अपडेशन का कार्य किया जाएगा। ये निर्देश शनिवार को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का क्रियान्वयन कराने किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक में निगमायुक्त स्वप्निल वानखडे एमपी आनलाइन केंद्र संचालकों को दिए। कंटगा स्थित कार्यालय में आयोजित बैठक में निगमायुक्त ने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के क्रियान्वयन में किसी तरह की कोताही न बरती जाए। शिविरों में उपस्थित सभी लाड़ली बहनों को ई-केवाइसी के कार्यो में सहयोग प्रदान करें तथा उनसे अच्छा आदर्श व्यवहार करते हुए उनका कार्य उत्साह के साथ करें। उन्होंने कहा कि रविवार अवकाश दिवस पर भी सभी वार्डो में निर्धारित समय अनुसार शिविर लगाएं और अधिक से अधिक हितग्राहियों को योजना दिलाना सुनिश्चत करें। शहरी क्षेत्र के सभी एमपी आन लाइन केंद्रों पर भी निश्शुल्क रूप से ई-केवाइसी अपडेट की जाए। बैठक में योजना की नोडल अधिकारी एवं सहायक आयुक्त शिवांगी महाजन,संभागीय अधिकारी एवं योजना प्रभारी उपस्थित रहे।
बढ़ने लगी महिलाओं की भीड़ः
इस योजना का लाभ लेने के लिए अपने दस्तावेजों को अद्यतन कराने महिलाओं की लंबी कतारें आधार पंजीयन केंद्रों और बैंकों पर देखी जा रही हैं। योजना को लेकर मुस्लिम समाज की बहनों में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है। बता दें कि सरकार ने पांच मार्च को महिला सशक्तिकरण के मद्देनजर 1000 रुपये प्रति माह प्रदान करने के लिए लाड़ली बहना योजना शुरू की। योजना के लिए आवेदन 25 मार्च से शुरू हो सकेंगे। इससे पहले महिलाओं को अपने दस्तावेजों को अद्यतन कराना है। इसलिए आधार कार्ड में मोबाइल नंबर सुधरवाने, नाम समग्र आईडी और बैंक खाते के अनुसार करवाने लाड़ली बहना योजना की पात्र महिलाएं सुबह से ही आधार पंजीयन केंद्रों पर जुट रही हैं। ऐसा ही स्थिति बैंकों में भी कमोवेश ऐसा ही नजारा बैंकाें में भी दिखाई पड़ रहा है। सभी बैंकों में भी सुबह से ही केवायसी कराने वाली महिलाओं का हुजूम उमड़ रहा है। कियोस्क और आनलाइन सेंटरों पर भी बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंच रही हैं।
Posted By: Jitendra Richhariya