जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। प्रदेश के अधिवक्ताओं की सर्वोच्च संस्था एमपी स्टेट बार कौंसिल में उलटफेर हुआ है। इंदौर के विवेक सिंह के स्थान पर ग्वालियर के प्रेम सिंह भदौरिया चेयरमैन (अध्यक्ष) निर्वाचित हो गए हैं। राधेलाल गुप्ता मानद सचिव व मनीष तिवारी कोषाध्यक्ष नियुक्त हुए हैं। जबकि आरके सिंह सैनी वाइस चेयरमैन बने रहेंगे। स्टेट बार कौंसिल के सचिव गीता शुक्ला ने बताया कि शनिवार को सामान्य सभा की बैठक में बहुमत भदौरिया के पक्ष में गया। जिसके बाद इस तरह बाजी पलट गई। विवेक सिंह का कार्यकाल काफी कम रहा। स्टेट बार में काफी समय से इसी तरह उलटफेर का खेल चल रहा है। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में वकील 25 पुराने प्रकरण तीन माह की समय सीमा में निराकरण की बाध्यता के विरुद्ध आंदोलन कर रहे हैं। इससे भी दबाब बना है। ज्ञात हो कि चार दिसंबर 2022 को विवेक सिंह एमपी स्टेट बार कौंसिल के अध्यक्ष चुने गए थे।स्टेट बार की कार्यकारी सचिव गीता शुक्ला ने बताया कि स्टेट बार सामान्य सभा की बैठक शनिवार को दोपहर 12 बजे से आयोजित हुई। इस दाैरान स्टेट बार सदस्य प्रेम सिंह भदौरिया, आरके सिंह सैनी, मनीष तिवारी, राधेलाल गुप्ता, जितेंद्र कुमार शर्मा, मनीष दत्त, जगन्नाथ त्रिपाठी, डा.विजय कुमार चौधरी, राजेश व्यास, दिनेश नारायण पाठक, विवेक सिंह, सुनील गुप्ता, शिवेंद्र उपाध्याय, रामेश्वर नीखरा, हितोषी जय हार्डिया, एनके जैन, अखंड प्रताप सिंह, अहादुल्ला उस्मानी, जय प्रकाश मिश्रा, राजेश कुमार पांडे, रश्मि ऋतु जैन, शैलेंद्र वर्मा भौतिक रूप से उपस्थित रहे। जबकि प्रताप मेहता व राजेश कुमार शुक्ला वर्चुअल माध्यम से जुड़े।
सर्वप्रथम विवेक सिंह ने चेयरमैन पद से दिया इस्तीफा :
सामान्य सभा की बैठक शुरू होते ही सर्वप्रथम इंदौर के सदस्य अधिवक्ता विवेक सिंह ने स्टेट बार चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया। सदन ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। जिसके बाद रिक्त हुए चेयरमैन पद के लिए ग्वालियर के अधिवक्ता प्रेम सिंह भदौरिया के नाम का प्रस्ताव रखा गया। इसका अन्य सदस्यों से समर्थन किया। इसी के साथ भदौरिया स्टेट बार के नए चेयरमैन चुन लिए गए।
अधिवक्ता कल्याण को दूंगा वरीयता :
भदौरिया नव निर्वाचित चेयरमैन प्रेम सिंह भदौरिया ने पदभार संभालने के साथ ही साफ किया कि अधिवक्ता कल्याण को वरीयता दूंगा। प्रदेश के वकीलों की प्रत्येक छोटी-बड़ी शिकायत दूर की जाएगी। हर समस्या का समाधान करने समन्वय बनाकर प्रयास किया जाएगा। स्टेट बार के सदस्यों के मध्य सौहार्द कायम रखते हुए चेयरमैन बतौर आदर्श कार्यकाल के प्रति संकल्पित हूं। अधिवक्ता मृत्युदावा राशि व स्वास्थ्य सहायता राशि के लंबित प्रकरणों का त्वरित निराकरण भी कराऊंगा।
Posted By: Jitendra Richhariya