जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि।
जबलपुर रेलवे स्टेशन में मिले हवाला के 50 लाख स्र्पये नकद के बाद आरपीएफ ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। पूछताछ के दौरान उन्हें कई अहम जानकारी मिली है, जिसके माध्यम से वह अब उन तक पहुुंच रही है जो ट्रेनों की मदद से करोड़ों का हवाला करते हैं। इस काम के लिए आरपीएफ ने अपनी खुफिया शाखा के लोगों को लगाया है। सूत्र बताते हैं कि कोरोनाकाल के दौरान जबलपुर से मुंबई के बीच चलने वाली 8 ट्रेनों के माध्यम से हवाला का पैसा पहुंचाया गया है।
रेलवे के लोग भी जुड़े:
सूत्रों के मुताबिक खबर है कि हवाला का पैसा ले जाने वाले लोगों को जबलपुर रेलवे स्टेशन में प्रवेश कराने से लेकर प्लेटफार्म तक पहुंचाने और उसे ट्रेन में बैठाने तक की जिम्मेदारी रेलवे से जुड़ा व्यक्ति ही निभा रहा है। इतना ही नहीं आयकर विभाग की इंवेस्टिगेशन टीम को मिली जानकारी में यह बात भी सामने आई है कि इसमें स्टेशन की सुरक्षा संभालने वाले कुछ लोग शामिल हैं। उनके मोबाइल नंबर और हवाला का पैसा ले जाने वाले के मोबाइल नंबर की भी जांच हो रही है।
हवाला के जब्त स्र्पये वापस मिलना संभव नहीं:
आयकर विभाग की इंवेस्टिगेशन टीम ने शहर में सबसे बड़े हवाला कारोबारी पर पहले ही शिकंजा कसा था, लेकिन बीच में वह थोड़ा कमजोर हो गया, जिसके बाद यह काम फिर से शुरू हो गया। एक बार फिर टीम ने हवाला कारोबारियों की कुंडली खोलने की तैयारी कर ली है। खबर है कि स्टेशन से जब्त किए गए हवाला के 50 करोड़ स्र्पये हवाला कारोबारी वापस लेने के लिए गलत दस्तावेज तैयार कर रहा है, लेकिन इस बार आयकर विभाग ने पैसा जब्त करने के लिए सभी कानूनी कार्रवाई पूरी कर ली है।
Posted By: Brajesh Shukla
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