Jabalpur RTO जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। बुधवार को जिला परिहवन अधिकारी (आरटीओ) की जांच कार्रवाई से बस मालिकों में हड़कंप मच गया। अंतरराज्यीय बस टर्मिनस (आइएसबीटी) से लेकर मेडिकल, भेड़ाघाट बाइपास तक चली जांच कार्रवाई से बिना फिटनेस के बस चला रहे ड्राइवर, कंडेक्टर भी इधर, उधर से भागते दिखे। दोपहर 12 बजे से शुरू की गई कार्रवाई तीन घंटे तक चली। इस दौरान आरटीओ संतोष पाल ने जांच अमले के साथ बसों को रोकर फिटनेस, परमिट, बीमा, (पीयूसी) पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सहित अन्य दस्तावेज चेक किए और दस्तावेज न मिलने पर करीब आधा दर्जन बसें जब्त कर ली।

जांच में मिली कमियां, बसें की जब्त: जांच के दौरान कुछ बसें कंडम व ओवरलोड मिली तो कुछ में इमरजेंसी गेट के पास सीटें लगी मिलीं। फर्स्ट एड बाक्स भी नहीं थे। एक-दो बसों का फिटनेस भी नहीं कराया गया था। जांच में एक बस क्रमांक एमपी 30 पी 0260 का मेन गेट भी टूटा। मिला आरटीओ के निर्देश पर बसों को जब्त करते हुए संबंधित बस मालिकों के खिलाफ जुर्माना लगाने की कार्रवाई की जा रही है।

सीधी बस हादसे से जागा प्रशासन: जबलपुर में बसों की जांच ऐसे ही नहीं की गई। दरअसल मंगलवार को सीधी में हुए बस हादसे के बाद जागे आरटीओ प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए बुधवार से यात्री बसों के खिलाफ जांच अभियान चलाया। उड़नदस्ता टीम के साथ आइएसबीटी, दीनदयाल चौराहा, मेडीकल और भेड़ाघाट बाइपास के पास बसों को रोककर दस्तावेज चेक किए।

500 से ज्यादा बसों का हो रहा संचालन : विदित हो कि जबलपुर में 500 से ज्यादा बसों का संचालन हो रहा है। जिसमें लगभग 380 बसें अंतरराज्यीय बस टर्मिनस (आइएसबीटी) से संचालित हो रही हैं। बाकी अन्य क्षेत्रों से संचालित की जा रही हैं। जबलपुर से रोजाना नागपुर, बालाघाट,सिवनी, छिंदवाड़ा, कटनी, सागर, दमोह, कुंडम, अमरकंटक,दुर्ग,रीवा सहित अन्य मार्गों पर संचालित की जा रही हैं।

Posted By: Sunil Dahiya

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