Jabalpur News जबलपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)।शहर के टैक्स वकीलों के बीच बजट को लेकर चर्चा जारी रही। सभी अपनी-अपनी तरह से बजट को समझकर समझाने में जुटे थे। इनमें से कुछ विशुद्ध अर्थशास्त्रीय तरीके से बात रख रहे थे, जबकि शेष विचारधारा अनुरूप सराहना व आलोचना में मशगूल थे। कांग्रेसी व समाजवादी सोच वालों की नजर में बजट पूरी तरह छलावा था, वहीं भाजपा को मानने वाले टैक्स वकीलों के लिए यह बजट उम्मीद की कसौटी पर एकदम खरा।
अधिवक्ता सिद्धार्थ शुक्ला ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट वक्त की नब्ज को पकड़कर चलने वाला आदर्श बजट है। इससे सर्विस क्लास को बड़ी राहत मिली है। इनकम टैक्स छूट की सीमा पांच लाख से बढ़कर सात लाख हुई है। आयकर में बड़ी छूट का ऐलान प्रशंसा के योग्य है। इसी तरह पर्यटन को लेकर किये गये प्रविधान महत्वपूर्ण हैं। जबलपुर के नेताओं को चाहिये कि वे इस दिशा में खुले दरवाजे का सदुपयोग तत्परता के साथ करें। इस बजट में उद्योगों को राहत मिली है, किंतु सिंगल बिंडो सिस्टम अनिवार्य है, ताकि पंजीयन आदि को लेकर जटिलता का सामना न करना पड़े। इस सिलसिले में सरलीकरण किया जाना चाहिये।
अधिवक्ता एसएस ठाकुर ने कहा कि यह बजट लोक लुभावन तो है किंतु मूलभूत कमियों से इनकार नहीं किया जा सकता। थोड़ा और गहराई से अर्थव्यवस्था को ठोस आधार देने वाले बिंदु समाहित करने थे। लोकसभा चुनाव पूर्व मतदाताओं को रिझाने के चक्कर में उठाये गये कदम खतरनाक हो सकते हैं।
कर क्षेत्र के अधिवक्ता शिशिर नेमा, पूनम जैन, विशुद्ध जैन व राजेश राजा जैन ने भी इस बजट को जनहितकारी निरूपित किया। उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के झरोखे से देखें तो भारत ने जिस मजबूती से खुद को आर्थिक महाशक्ति बनाने की दिशा में कदमताल की है, वह दूरदर्शी है। इसके सुपरिणाम निकट भविष्य में देखने को मिलेंगे।
Posted By: Jitendra Richhariya
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