Today in Jabalpur : जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर में आज कई धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रमों का सिलसिला जारी रहेगा। हमारी आपको सलाह है कि आप कार्यक्रमों में उमंग और उत्साह के साथ शामिल हों, लेकिन सावधानी भी रखें। अगर आपने कोरोना का टीका नहीं लगवाया है तो जल्‍द लगवाएं घर से निकलें तो सावधानी जरूर रखें और कोरोना गाइड लाइन का पालन करें, क्योंकि जीवन की सुरक्षा भी जरूरी है।

जायंट्स ग्रुप द्वारा सुबह होटल समदड़िया में 45वां स्थापना दिवस समारोह मनाया जा रहा है। इसमें महापौर जगतबहादुर सिंह अन्नू मुख्य अतिथि होंगे।

गुप्तेश्वर महादेव :

अगर आप शहर में हैं तो गुप्तेश्वर महादेव के दर्शन करने भी जा सकते हैं। यहां भोले नाथ की महिमा अपरंपार है। यहां सुबह से शाम तक अनवरत अभिषेक किया जाता है। यहां भोले बाबा पहाड़ पर प्राकृतिक गुफा में विराजे हैं, जिसका उल्‍लेख शिवपुराण में भी मिलता है। इस मंदिर की विशेषता यह है कि इसे रामेश्वरम का उपलिंग भी कहा जाता है। कई भक्त ऐसे हैं, जो प्रतिदिन अभिषेक और दर्शन करने पहुंचते हैं। यहां प्रतिदिन सुबह 8 बजे भगवान की मंगला आरती की जाती है।

गायत्री परिवार करता है प्रतिदिन यज्ञ :

गायत्री परिवार को संस्कारों के लिए जाना जाता है। दमोह रोड स्थित मनमोहन नगर गायत्री शक्तिपीठ में सुबह से रात तक धार्मिक आयोजन होते हैं। यहां नियमित रूप से सुबह 8 बजे यज्ञ किया जाता है। इसके साथ ही मां गायत्री की आराधना की जाती है। शहर में इस मंदिर की स्‍थापना 40 वर्ष पहले आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा ने की थी। अगर आप शहर में हैं तो यहां दर्शन करने के लिए पहुंचे आपको आनंद और आत्मिक सुख की प्राप्ति होगी।

पाटबाबा मंदिर में श्रीहनुमान आरती :

जीसीएफ की पहाड़ी पर स्थित पाट बाबा मंदिर में श्री हनुमान जी की विशेष आरती हर मंगलवार को शाम साढ़े सात बजे की जाती है। यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की मान्यता है कि हनुमानजी जिस तरह से जीसीएफ के बनने में सारी अड़चनों को दूर किया था, वैसे ही उनकी बाधाओं को भी दूर करते हैं।

श्रीकृष्ण भक्ति :

आइए हम चलते हैं श्री गोपाल मंदिर घमापुर में यहां प्रतिदिन सुबह 7.30 बजे से सामूहिक देवपूजा कर भगवान की भक्ति की जाती है। मंदिर समिति द्वारा भगवान श्रीकृष्‍ण का नित्‍य पूजन किया जाता है। स्वामी कृष्ण राज आराध्य के नेतृत्व में यहां भगवान की सेवा करने की अलग ही परंपरा है।

श्री सुप्तेश्वर मंदिर में भगवान श्रीगणेश की आरती :

रतन नगर स्थित श्री सुप्तेश्वर मंदिर में विशालकाय चट्टान पर बने भगवान श्री गणेश की आरती रोज सुबह साढ़े सात बजे और शाम को साढ़े छह बजे होती है। ऐसी मान्यता है कि अगर यहां 40 दिन तक रोज आकर भगवान श्रीगणेश की पूजा की जाए तो मनोकामना पूरी होती है।

ग्वारीघाट में मां नर्मदा की आरती :

ग्वारीघाट में मां नर्मदा की आरती रोज शाम साढ़े सात बजे आयोजित की जाती है। इस आरती भव्य आरती में हिस्सा लेकर मां का आशीष पाया जा सकता है। इसके प्रति लोगों की आस्था इतनी है कि लोग पहले से ही घाट पर एकत्र होकर आरती की प्रतीक्षा करते नजर आते हैं। यहां पर घाटों पर कई मंदिर बने हुए हैं, जहां पर लोग अपनी आस्था के मुताबिक आरती करते नजर आते हैं।

Posted By: Mukesh Vishwakarma

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