High Court Jabalpur : जबलपुर (नई दुनिया प्रतिनिधि)। एक सेवानिवृत्त रेलवे कर्मी ने अनूठी लड़ाई शुरू की है। वह चाहता है कि जो अन्याय उसके साथ हुआ, दूसरों के साथ न हो, अतः मनमानी करने वालों पर कार्रवाई की जाए। इसी मंशा से उसने केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण, कैट में मुकदमा भी दायर किया है। इसके पूर्व आला अधिकारियों को शिकायत भी सौंपी थी। शहर के घमापुर क्षेत्र अंतर्गत बचऊ का बाड़ा निवासी सेवानिवृत्त रेलवे कर्मी विनोद कुमार तेलगू ने पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक व वरिष्ठ मंडल रेल प्रबंधक को जो शिकायत सौंपी, उसमें आरोप लगाया है कि सेवारत रहने के दौरान ट्रेड टेस्ट में अच्छे साक्षात्कार के बावजूद दुर्भावनावश जानबूझकर फेल किए जाने से उसे 2800 का ग्रेड-पे स्केल नहीं मिला। इससे पेंशन सहित अन्य लाभ प्रभावित हुए। इसके विरुद्ध सेवाकाल में अभ्यावेदन दिए गए। लेकिन ठोस कार्रवाई नदारद रही। लिहाजा, केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण में याचिका दायर की गई। वहां से नोटिस जारी हो चुके हैं। लेकिन विभाग की ओर से गोलमोल जवाब देकर मामले को अनावश्यक लंबा खींचा जा रहा है।

31 मार्च, 2021 को सेवानिवृत्ति के बाद से अपेक्षाकृत कम पेंशन में परिवार का भरण-पोषण ठीक से नहीं हो पा रहा है। दरअसल, सीपीडब्ल्यूआई, साउथ जेपी मीना ने साक्षात्कार अच्छा होने के बावजूद उनकी 50 हजार रुपये 17 मातहतों से खसोट कर जुटाने की, उनकी मनमानी मांग पूरी न करने के कारण सजा दी थी। लिहाजा, मामले की जांच कर विभागीय जांच संस्थित की जाए। ऐसा इसलिए ताकि किसी और रेलवे कर्मी को यह सब न भुगतना पड़े। हालांकि अधिकारी का तर्क है कि आरोप बेबुनियाद है। किंतु शिकायतकर्ता का दावा है कि उसके पास पक्के सबूत हैं, जो कोर्ट में पेश करेंगे।

Posted By: Dheeraj Bajpaih

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