झाबुआ। कोरोना के मामले बढ़ते हुए अब हर रोज 12 नये केस प्रतिदिन आने लगे है। हांलाकि उसकी गति सितंबर जैसी नहीं हुई है। सितंबर में 26 मामले प्रतिदिन आ रहे थे। उसके बाद अक्टूबर में गति धीमी हुई, लेकिन लापरवाही ने इसको बढ़ा दिया। दीपावली कोरोना को भूलते हुए मनाई तो उसका असर दिख रहा है। अब इसी तरह से शादियों का जश्न भी आने वाले समय में भारी पड़ सकता है। वजह साफ है, सावधानियां हटाते हुए शादी के आनंद लिये जा रहे है। ऐसे में कोरोना का विकराल रूप नये साल के दस्तक देते ही सामने आ सकता है।
रक्षाबंधन के बाद सितंबर में कोरोना अपने सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंचा। अक्टूबर में भी यह सिलसिला जारी रहा। 11 अक्टूबर के बाद औसतन 5 केस पर ही मामला सिमटने लगा। 15 नवंबर तक यही परिदृृश्य रहा। अब दीपावली के बाद कोरोना की दूसरा चरण धूम मचा रहा है।
कोरोना ग्राफ
माह केस आए कुल केस
मार्च 00 00
अप्रैल 00 00
मई 13 13
जून 03 16
जुलाई 126 142
अगस्त 507 649
सितंबर 777 1426
अक्टुबर 287 1713
नवंबर 258 1971
कोरोना प्रतिशत में
माह प्रतिशत
मार्च 0
अप्रैल 0
मई 0.41
जून 0.1
जुलाई 4.06
अगस्त 16.35
सितंबर 25.90
अक्टूबर 9.25
नवंबर 8.89
बीते 4 पखवाड़े में मिले केस
1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक 206 केस मिले।
16 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक 81 केस मिले।
1 नवंबर से 15 नवंबर तक91 केस मिले।
16 नवंबर से 29 नवंबर तक 167 केस मिले।
-05 प्रतिशत की भी जांच नहीं
- 10 लाख 24 हजार जिले की आबादी
- 49977 सैंपल लिये गये
- 1971 कोरोना की चपेट में आए
- 22 की मौत हुई
- 1824 कोरोना को हराने में कामयाब रहे
बढ़ सकते है मामले
स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रम प्रबंधक राजा राम खन्नाा का कहना है कि लापरवाही की गई तो उसका नतीजा यह रहा कि कोरोना की गति वापस जिले में बढ़ी। इसके बावजूद भी अब बचाव नहीं किये जा रहे। शादियां या पर्व मनाना गलत नहीं है। गलत है कोरोना को भूलते हुए मास्क, सैनिटाइजर व शारीरिक दूरी नियम का पालन नहीं करना। फिर से लापरवाही की जा रही है। ऐसे में मामले बढ़ सकते है।
Posted By: Nai Dunia News Network
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