Khandwa News: खंडवा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कोई हम दम न रहा काई सहारा न रहा..। किशोर कुमार का गाया यह गीत उनकी जन्म स्थली पर बिलकुल सटीक बैठ रहा है। जहां किशोर कुमार का जन्म हुआ और उनका बचपन बीता वह बंगला अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। पूरी तरह जर्जर हो चुका यह बंगला किसी भी दिन जमींदोज हो सकता है। इसे धरोहर घोषित करने की मांग लंबे समय से प्रशंसक कर रहे हैं ताकि यहां संग्रहालय बनाया जा सके लेकिन इसे विडंबना ही कहेंगे कि किशोरदा के स्वजन ही इस पहल के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।
4 अगस्त को किशोर कुमार के जन्मदिन पर शहर का गौरव दिवस मनाने की तैयारी अंतिम चरण में चल रही हैं। इस दिन किशोरदा के तराने पूरे शहर में गूंजेंगे लेकिन जिस किशोर कुमार के जन्मदिन पर गौरव दिवस मनाया जा रहा है। उनकी जन्मस्थली की बदहाली प्रशंसकों को खल रही है। बाम्बे बाजार में किशोर कुमार का बंगला करीब 7200 वर्गफीट पर बना है। इसमें प्रापर्टी को लेकर स्वजन में खींचतान चल रही है। बंगले का 75 फीसद हिस्सा बंटवारे में किशोर कुमार के भतीजे अर्जुन कुमार को मिला है जबकि 25 फीसद हिस्सा किशोरदा के बेटे सुमित कुमार के हक में है। अर्जुन कुमार ने अपने हिस्से में शामिल बंगले की दुकानें तक बेच दी हैं।
नहीं बन सका पब्लिक ट्रस्टः किशोर कुमार के बंगले को जनभागीदारी से संवारने के लिए प्रशासन द्वारा कुछ महीने पहले तैयारी की गई थी। प्रदेश की संस्कृति मंत्री व जिले की प्रभारी मंत्री उषा ठाकुर ने तत्कालीन कलेक्टर अनय द्विवेदी को इस दिशा में निर्देश दिए थे। कलेक्टर ने एक बैठक लेकर किशोर सांस्कृतिक प्रेरणा मंच को पब्लिक ट्रस्ट गठित करने के लिए कहा था ताकि ट्रस्ट के माध्यम से किशोरदा के स्वजन से चर्चा बंगले के अधिग्रहण को लेकर चर्चा की जा सके लेकिन आज तक न तो ट्रस्ट का गठन हुआ और न ही बंगले के अधिग्रहण की प्रक्रिया आगे बढ़ सकी।
Posted By: Nai Dunia News Network
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