- रेलवे स्टेशन पर सौ फीट ऊंचाई पर लगाया है 20 बाय 30 फीट का तिरंगा
फैक्ट फाइल
- देश के सौ स्टेशनों पर है भारतीय रेल की योजना
- सौ फीट ऊंचाई पर 20 बाय 30 का लहरा रहा तिरंगा
- तेज हवा से क्षति के बाद एक साल में सात बार बदला
- हर बार बदलने पर 20 हजार रुपये का आता है खर्च
खंडवा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रेलवे स्टेशन पर लगे जिले के सबसे बड़े तिरंगे को हमेशा लहराने के लिए पूरे वर्ष देखरेख की जाती है। सौ फीट ऊंचाई के कारण तेज हवा से इसे क्षति पहुंचती है तो इसे फिर से नया बनवाकर फहराया जाता है। एक साल में सात बार इसे बदला गया है। हर बार मुंबई से लगभग 20 हजार रुपये में यह बनकर आता है। रेलवे व आरपीएफ के कर्मचारी इसकी पूरी जिम्मेदारी उठा रहे हैं।
भारतीय रेल द्वारा देश के सौ बड़े स्टेशनों पर तिरंगा लगाने के लिए योजना बनाई थी। इसके तहत खंडवा रेलवे स्टेशन पर भी तिरंगा झंडा लगाया गया है। सौ फीट ऊंचाई पर लहरा रहे 20 बाय 30 के तिरंगे को तेज हवा से नुकसान पहुंचता है। इसे देखकर रेलवे व आरपीएफ दोनों ही इसे बदलने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। रेलवे का इलेक्ट्रिक विभाग झंडे को उतारने व चढ़ाने का कार्य करता है। वहीं आरपीएफ इसे सम्मान के साथ ले जाने व लाने का कार्य करता है। एक बार इस झंडे को बनवाने में रेलवे के लगभग 20 हजार रुपये खर्च होते हैं।
आरपीएफ-जीआरपी में होगा ध्वजारोहण
रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ व जीआरपी थाने में सुबह साढ़े आठ बजे ध्वजारोहण होगा। भुसावल में सुबह आठ बजे डिविजनल स्तर पर ध्वजारोहण होगा। इसके बाद खंडवा के दोनों थानों में ध्वजारोहण होगा। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन पर स्टेशन मास्टर ध्वजारोहण करेंगे।
- तेज हवा से तिरंगे झंडे को नुकसान पहुंचता है। इसे बदलने का कार्य आरपीएफ व रेलवे करता है। भारतीय रेल की यह योजना हर बड़े स्टेशन पर है।
जय सिंह, प्रभारी आरपीएफ
Posted By: Nai Dunia News Network