Road Safety Campaign Khandwa: अश्विन बक्शी, खंडवा। वाहन चलाते समय लाइसेंस की आवश्यकता होती है। बगैर लाइसेंस के वाहन चलाना नियमों के विपरित होता है। आज कई बच्चे बगैर लाइसेंस के भी वाहन चलाकर स्कूल आते हैं। कई तो तीन सवारी तक बैठाते हैं। यह हर स्कूल में देखा जा रहा है। किशोर अवस्था में वाहन चलाना सीख तो जाते हैं लेकिन वाहन चलाने के नियमों व सावधानी को लेकर गंभीर नहीं होते। दुर्घटना से खुद व दूसरों को बचाने के लिए किसी नियम का पालन सड़क पर करना है व किस तरह सावधानी रखना है यह जानकारी जरूरी है। जिससे की सुरक्षित रहा जा सके।
यह बात नईदुनिया के यातायात जागरूकता अभियान के दौरान सहयोगी रहे लायंस क्लब मे अध्यक्ष अखिलेश गुप्ता ने सोमवार को बड़गांव भीला रोड़ स्थित सेंट जोंस पब्लिक स्कूल में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कही। अध्यक्ष गुप्ता ने बताया-अधिकतर दुर्घटनाओं का कारण तेज गति होती है। पिछले दो दिनों में ही चार से पांच गंभीर सड़क दुर्घटनाएं जिले में हुई है। विद्यार्थी जीवन में हमें यातायात के नियमों का ज्ञान होता है यह अच्छी बात है लेकिन जब हम सड़क पर वाहन चलाने लायक होते हैं तो हमें इन बातों व नियमों को हमेशा ध्यान रखना चाहिए। नियमों के साथ ही संकेतकों की जानकारी जरूरी है।
जैसे ओवरटेक कब करें, राइट टर्न, लेफ्ट टर्न, सड़क पार करना, डिवाइडर कट पर सड़क पार न करना व सबसे अधिक ध्यान हेलमेट लगाना जरूरी है। अपने यहां पर पहले सिग्नल लगे थे जो अब बंद है इसके बाद भी हमें चौराहों, तिराहों या मोड़ पर ध्यान रखना जरूरी है। अगर स्वजन कार चलाएं तो सीट बेल्ट बांधने की सलाह उन्हें जरूर दें। किसी भी प्रकार का नशा कर अगर कोई वाहन चलाएं तो उसमें न बैठे। इसके साथ ही गति पर नियंत्रण बेहद ही जरूरी है।
समाजसेवी राजीव शर्मा ने बताया-वाहन तभी चलाएं जब आप 18 वर्ष के हो जाएं व लाइसेंस ले लेवें। आप वाहन को उतनी ही गति दें जिससे उसे नियंत्रित किया जा सके। ओवरटेक न करें। यह अभी ही नहीं हमेशा याद रखना जरूरी है। अंधे मोड़ पर, मोबाइल पर कर वाहन चलाने, जल्दबाजी में व हेड फोन लगाकर वाहन चलाने से दुर्घटना की संभावना रहती है। शर्मा ने बताया-सेंट्रल व्हीकल एक्ट में नया प्रविधान किया गया है। अगर किसी नाबालिग से दुर्घटना होती है तो माता-पिता को सजा का प्रविधान है। इसके साथ ही 25 हजार रुपये तक जुर्माने का प्रविधान है। हर जीवन महत्वपूर्ण है इसलिए थर्ड पार्टी क्लेम एक लाख रुपये से लेकर सौ करोड़ रुपये तक हो सकता है। इसलिए लाइसेंस लेकर ही धीमी गति से नियमों का पालन करते हुए वाहन चलाएं। कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य जीएस कुकरेजा, भूपेंद्र दीक्षित, जसबिंदर कौर व अन्य स्टाफ व सदस्य मौजूद थे।
हर क्षेत्र में नियमों का पालन जरूर
स्कूल संचालक अमरेश सिंह सिकरवार ने बताया-नियमों का पालन करना बेहद ही जरूरी है। स्कूल में जो नियम बनाए जाते हैं वह बच्चों के हित के लिए ही होते हैं। जिन बच्चों के लाइसेंस नहीं है उन्हें वाहन नहीं चलाना चाहिए। जिनके पास लाइसेंस है वह भी तेज गति से वाहन न चलाएं, बेवजह तेज हार्न न बनाए व किसी को भी तेज गति से गलत तरीके से ओवरटेक न करें। विशेषकर पालकों को इस बारे में जागरूक होने की आवश्यकता है। जो सीख हमें मिलती है तो उसे जीवन में उतारें। आप सभी बच्चे देश के कर्णधार हैं।
सुरक्षित वाहन चलाना बेहद जरूरी
लायंस क्लब सदस्य निशा अग्रवाल ने बताया-हर किसी को नियमों का पालन कर वाहन चलाना बेहद ही जरूरी है। सड़क पर सुरक्षित तरीके से वाहन चलाएं। हर किसी का जीवन बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। अगर स्वजन वाहन चलाते हैं तो उन्हें भी हेलमेट लगाने के लिए प्रेरित करें।
नियमों के पालन से रुक सकते हैं हादसे
सदस्य राजीव मालवीय ने बताया-यातायात नियमों के पालन से प्रतिदिन होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को कई हद तक रोका जा सकता है। यातायात नियमों के पालन से ना सिर्फ यातायात सुचारु रूप से संचालित होता है बल्कि जाम से भी राहत होती है। विद्यार्थी जीवन से ही इस ओर विशेष ध्यान देवें।
ओवरटेक न करें
सदस्य गांधी प्रसाद गदले ने बताया-किसी भी वाहन को जल्दबाजी के चक्कर में ओवरटेक न करें। ऐसा करने से दुर्घटना होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। अधिकतर दुपहिया वाहनों की दुर्घटना का कारण अनावश्यक ओवरटेक करना ही है। ओवरटेक करने वालों से भी दूरी बनाए रखना ही बेहतर है। दोस्तों की बातों में कभी-भी अधिक गति या तीन सवारी बैठाकर वाहन न चलाएं।
इन नियमों का पालन करने की दी समझाइश
- 18 वर्ष का होने पर ही वाहन लाइसेंस लेकर चलाएं।
- वाहन पार्किंग का रखें विशेष ध्यान।
- निर्धारित मार्ग पर ही वाहन चलाएं।
- गलत तरीके से या बगैर देखे ओवरटेक न करें।
- नो एंट्री वाली सड़क पर कभी-भी वाहन न चलाएं।
- सीट बेल्ट, हेलमेट लगाना बेहद जरूरी है।
- सिर्फ जरूरी होने पर ही हार्न बजाएं।
- जिस साइड जा रहे हैं उसी तरफ वाहन चलाएं।
- गति पर नियंत्रण रखें व मोड़ पर गति धीमी रखें।
Posted By: Nai Dunia News Network
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