
नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। ग्रामीण अंचलों से सब्जियों की आवक बढ़ने से बाजार में इनके भाव आधे से भी कम हो गए हैं। एक सप्ताह के भीतर ही यह अंतर देखने को मिल रहा है। जो सब्जी एक सप्ताह पहले 60 रुपये किलो मिलती थी वह 30 रुपये तक पहुंच गई है। वहीं 40 रुपये किलो बिकने वाली सब्जियां 15 रुपये किलो पर आ गई है। बाजार में सब्जियां खरीदने के लिए पहुंच रहे लोग भाव कम होने से खुश नजर आ रहे हैं।
वैवाहिक सीजन के बीच सब्जियों के भाव कमी आ गई है। इसका मुख्य कारण लोकल स्तर पर सब्जियों की आवक बढ़ना बताया जा रहा है। आमतौर पर शहर में महाराष्ट्र के जलगांव और नासिक से सब्जियों की आवक होती है। ऐसा तब होता है जब जिले के ग्रामीण अंचलों से सब्जियां मंडी में नीलाम होने कम आती हैं लेकिन वर्तमान स्थिति देखें तो जिले के ग्राम पांजरिया कोरगला, चमाटी, सिहाड़ा सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों से टमाटर, गिलकी, गोभी, भिंडी, आलू, हरी मिर्च, हरा धनिया सहित अन्य सब्जियां मंडी में पहुंच रही हैं।
ऐसे में भाव कम होने से बुधवारा सब्जी बाजार और सराफा सब्जी बाजार में खरीदी के लिए पहुंच रहे ग्राहक भाव सुनकर अचरज कर रहे हैं। इधर सब्जी विक्रेताओं की मानें तो भाव कम होने से बिक्री पर भी इसका असर पड़ रहा है। सब्जी विक्रेता सतीश जगताप ने बताया कि ग्राहकी पहले की अपेक्षा कम हो गई है। ग्राहकी कम होने का एक एक कारण वैवाहिक सीजन शुरू होना भी माना जा रहा है।
सब्जी : एक सप्ताह पहले : अब (भाव किलो में)
गिलकी : 40 रुपये : 15 रुपये
लौकी : 40 रुपये : 15 रुपये
टमाटर : 60 रुपये : 30 रुपये
आलू : 30 रुपये : 20 रुपये
हरा धनिया : 15 रुपये : 50 रुपये
हरी मिर्च : 50 रुपये : 30 रुपये
मटर : 100 रुपये : 60 रुपये