
नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। तीर्थ नगरी में नर्मदा नदी में डूब के जान गवाने वाले हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। असुक्षित घाटों पर फिर एक दंपती ने अपनी जान गवां दी। नदी में डूबे दोनाें पति-पत्नी के शवों अलग-अलग दिनों में बरामद हुए। इसमें पुलिस को पहले पत्नी का शव मिला, इसके दो दिन बाद मांधता पुलिस को पति का शव नदी में बरामद हुआ। दोनों के शवों पर प्राथमिक जांच में गंभीर चोटों के निशान नहीं पाए गए हैं।
पुलिस के अनुसार संभवत: दोनों नदी में स्नान कर रहे थे, इस दौरान पत्नी नदी में डूबने लगी, पति भी उसे बचाने की कोशिश में डूब गया।दोनों के शवों का पीएम करवाकर पुलिस ने स्वजन के सुपुर्द कर दिया है।
मामला बीते शुक्रवार का है। ओंकारेश्वर तीर्थ नगरी में शुक्रवार को नर्मदा नदी से अज्ञात महिला का शव मिला था। जिसकी पहचान सुनंदा पति प्रवीण निवासी पुणे महाराष्ट्र के रूप में हुई, जबकि उनके पति प्रवीण का शव रविवार को ओंकारेश्वर में पत्थरों के बीच फंसा मिला। दोनों पति-पत्नी छह नवंबर को पुणे से ओंकारेश्वर के लिए निकले थे।
जानकारी के अनुसार, सुनंदा नर्मदा परिक्रमा पर निकलने वाली थीं, जबकि उनके पति प्रवीण उन्हें छोड़ने आए थे। वे दोनों सात नवंबर को ओंकारेश्वर पहुंच गए थे, लेकिन उसी दिन से उनका मोबाइल फोन बंद आ रहा था। स्वजन से संपर्क न होने पर उन्होंने चिंता जताई। संभावना जताई जा रही है कि गोमुख घाट पर अलसुबह नहाने के दौरान हादसा हुआ, जहां दोनों बह गए या एक-दूसरे को बचाने के प्रयास में डूब गए।
प्रवीण के शव पर केवल अंतर्वस्त्र मिले हैं, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि हादसा नहाते समय हुआ। नर्मदा बांध से छोड़े गए तेज पानी के बहाव के कारण सुनंदा का शव बहकर कोठावा आश्रम क्षेत्र तक पहुंच गया, जबकि प्रवीण का शव ओंकारेश्वर में ही पत्थरों के बीच फंस गया।
मृतिका के रिश्तेदार सुखराज बग्गा (साले) सोमवार को ओंकारेश्वर पहुंचे। उन्होंने दोनों शवों की पहचान की। सुखराज ने बताया कि सुनंदा और प्रवीण पुणे में कास्मेटिक की दुकान चलाते थे।
उनकी 19 वर्षीय बेटी फिलहाल महाराष्ट्र के खराड़ में कालेज में पढ़ाई कर रही है, जिसे अभी इस दुर्घटना की जानकारी नहीं दी गई है।घटना की जांच मांधाता और बड़वाह पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से कर रही है।