खरगोन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। आज पति-पत्नी में छाेटी-छाेटी बाताें में नाैबत तलाक तक पहुंच जाती है, वहीं मध्यप्रदेश के खरगाेन में एक वृद्ध दंपती अमर प्रेम की मिसाल बन गए हैं। दाेनाें ने लंबा जीवन साथ गुजारा और जब पत्नी की माैत हुई ताे पति ने भी इस गम में 8 घंटे बाद ही अपने प्राण त्याग दिए। खरगाेन के ग्राम देवलगांव में जीवन भर साथ निभाने वाले एक बुजुर्ग दंपती की शवयात्रा काे नमन करने के लिए पूरा गांव जमा हुआ था। बैंड बाजे और डीजे से चल रहे भजन के बीच स्वजन और ग्रामीणों ने अंतिम विदाई देकर बुजुर्ग दंपती का अंतिम संस्कार किया।
जीवन के साथ भी और जीवन के बाद भीः मध्यप्रदेश के खरगाेन में 80 वर्षीय सीताबाई की माैत हाे गई। पति इस गम से पूरी तरह टूट गया और 8 घंटे बाद ही 90 वर्षीय नागू ने भी अपने प्राण त्याग दिए। pic.twitter.com/Fgs3xa28Qk
— NaiDunia (@Nai_Dunia) May 17, 2022
गांव की 80 वर्षीय सीताबाई की रविवार मौत हो गई। करीब आठ घंटे बाद बुजुर्ग पति 90 वर्षीय नागू गोस्वामी की भी पत्नी के वियोग में मौत हो गई। करीब 60 साल पहले विवाह के समय जीवनभर साथ निभाने का वादा करने वाले दंपती ने अंतिम यात्रा तक साथ निभाया। स्वजनाें ने इस प्रेम का सम्मान करते हुए दोनों की शव यात्रा एक साथ बैंड बाजे पर भजनाें की धुन के साथ निकाली। बेटे कैलाश ने पिता और बेटे श्याम ने मां को मुखाग्नि दी। दोनों की अर्थी एक साथ उठी तो हर समाज के लोग इसमे शामिल हुए। शवयात्रा के आगे डीजे पर लाेग भजन गाते हुए चल रहे थे। लोगों का कहना था कि दोनों भाग्यशाली हैं। भगवान कम ही लोगों को ऐसे एक साथ बुलाता है। मजदूरी पर भी साथ में जाते थे। गोस्वामी दंपती एक साथ आदिवासी क्षेत्र में जाकर महिलाओं के नाक-कान छेदने का काम करते थे। श्रृंगार सामग्री भी बेचते थे। इसके अलावा दोनों साथ में खेतों में कपास चुनाई, मिर्च तुड़ाई, निंदाई, गुढ़ाई आदि की मजदूरी के लिए जाकर परिवार का पालन पोषण करते थे। चार बेटों और दो बेटियों का विवाह किया। नाती-पोतों की भी शादियां हो चुकी हैं। कमजोरी के चलते पिछले तीन वर्ष से घर पर ही रहते थे।
Posted By: vikash.pandey
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