Moong Purchase in Madhya Pradesh: सनावद, खरगोन (नईदुनिया न्यूज)। शासन द्वारा प्रतिवर्ष ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी की जाती है। इस वर्ष भी शासन ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी के लिए पंजीयन प्रक्रिया प्रारंभ की है। मूंग का पंजीयन 30 मई तक चलेगा। परंतु कई किसानों के पंजीयन नहीं हो रहे हैं। पंजीयन के पहले पटवारी द्वारा मूंग की गिरदावरी की जाती है। बाद में पंजीयन होते हैं।

किसान एप पर मूंग की गिरदावरी

कई किसानों का कहना है कि हमारे खेत पर मूंग बोये हुए हैं। वह पटवारी द्वारा मूंग की गिरदावरी भी कर ली गई है व शासन की एप्लीकेशन एमपी किसान एप पर भी मूंग की गिरदावरी बताई जा रही है। परंतु पंजीयन में किसान अपने खसरे को मूंग से जोड़े बता रहा है।

केंद्र पर पंजीयन नहीं हो रहा

अब किसानों के लिए मात्र कुछ दिन पंजीयन के बचे हैं। ऐसे में प्रतिदिन हम पंजीयन केंद्र पर जाकर पंजीयन करवाते तो नहीं हो रहा है। इसके लिए हमने मौखिक रूप से तहसीलदार व पटवारियों से भी चर्चा की। इनका भी कहना है कि जल्दी हो जाएगा। परंतु आज दिनांक तक नहीं हुआ।

पंजीयन तारीख का कम समय बचा

किसान विष्णु पटेल, अंकित मुकाती ने बताया कि मूंग की कटाई कर घर पर रखे हैं। वह मंडी में भी मूंग का मात्र 6000 से 65 सो प्रति क्विंटल भाव है और समर्थन मूल्य 77 रुपये से अधिक है। ऐसे में हमें करीब हजार रुपये क्विंटल का नुकसान है। वह पंजीयन की तारीख का भी कम समय बचा है। ऐसे में हम शासन से मांग करते हैं कि हमारा जल्द से जल्द पंजीयन हो वह हमारा मूंग समर्थन मूल्य पर तुले।

रोजी-रोटी का संकट

तहसीलदार एसआर कनासे का भी इस ओर ध्यान नहीं है। किसान फोन लगाते हैं तो वो रिसीव ही नहीं करते हैं। किसानों का कहना है कि मौसम की मार के चलते वैसे ही फसल अच्छी नहीं हुई है, जो थोड़ी बहुत बची है, उसको बेचने में भी परेशानी होगी तो रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा।

Posted By: Prashant Pandey

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