मंडलेश्वर (नईदुनिया न्यूज)। मकर संक्रांति पर तिल-गुड़, खिचड़ी और दान किया गया। कोरोना के चलते लगे प्रतिबंध के कारण घाट सूने रहे। जिला प्रशासन के आदेश पर नायाब तहसीलदार सुनील सिसोदिया व थाना प्रभारी संतोष सिसोदिया ने घाट पर नजर रखी। नागरिकों ने संक्रांति पर के घर की छतों से पतंगबाजी का भी आनंद लिया।
बड़वाह। कोरोना के चलते प्रशासन की सख्ती से नावघाटखेड़ी पर पहली बार ऐसा हुआ कि मकर संक्रांति पर श्रद्धालु नर्मदा स्नान नहीं कर पाए। पहुंच मार्गों पर बैरिकेडिंग कर दी गई थी। घाट पर मौजूद अधिकारियों ने श्रद्धालुओं को स्नान के बजाय केवल दर्शन की हिदायत दी। एसडीएम प्रवीण फुलपगारे ने बताया कि बीते दिनों हुए नाव हादसे एवं कोरोना संक्रमण की वजह से तट पर धारा 144 लगा दी गई थी। इसके लिए पंचायत, राजस्व एवं पुलिस की टीम लगाई गई है। उधर, महेश्वर रोड स्थित सौभाग्य केसरी ग्रीन्स कालोनी में पतंगबाजी के साथ फैंसी ड्रेस का आयोजन किया गया। विधायक सचिन बिरला ने कॉलोनी का निरीक्षण किया। एसकेजी ग्रुप के तत्वावधान में पतंग महोत्सव एवं फैंसी ड्रेस का आयोजन किया गया। इस दौरान पूर्व विधायक हितेंद्र सिंह सोलंकी ने ढोलक की थाप पर ठुमके लगाए। इस मौके पर विनोद जैन, जितेंद्र सुराणा, संजय गुप्ता, आनंद बाफना, प्रवीण जैन, प्रतीक जैन, रमेश रोकड़िया, शीतल रोकड़िया ने आभार माना।
महेश्वर। मकर संक्रांति पर्व पर गुरुवार सुबह 5 बजे से घाट पर श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचने लगे। स्नान, दान और पूजन का क्रम दोपहर 3 बजे तक चला। प्रशासन ने 13 जनवरी को ही नर्मदा तट पर स्नान नहीं करने के लिए मुनादी करवाई थी। इसके साथ ही धारा 144 लगा दी गई। फिर भी उसका असर देखने को नहीं मिला।
Posted By: Nai Dunia News Network
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