Morena News मुरैना(नईदुनिया प्रतिनिधि)। नगर निगम की टीम मंगलवार की दोपहर ननि के पूर्व सभापति के भाई के तेल मिल को सील करने पहुंच गई, क्योंकि इस फैक्ट्री पर ननि का 11 लाख रुपये से ज्यादा का टैक्स बकाया है। उद्योग एवं व्यापार केंद्र के महाप्रबंधक और व्यापारियों के हस्तक्षेप के बाद नगर निगम की टीम ने टैक्स चुकाने के लिए तीन दिन की मोहलत दी है। केवल यही फैक्ट्री नहीं है, नगर निगम क्षेत्र में ऐसी 38 इंडस्ट्री हैं, जिन पर नगर निगम का ढाई करोड़ रुपये से ज्यादा का सम्पत्ति कर बकाया है। टैक्स नहीं चुकाने वाली फैक्ट्रियों के खिलाफ 28 जनवरी से कुर्की की कार्रवाई होगी। खस्ता माली हालत से जूझ रहे नगर निगम को ठेकेदारों का 60 करोड़ रुपये भुगतान करना है। ननि के आय के सभी रास्ते बंद हैं। सरकार द्वारा हर महीने मिलने वाले चुंगी क्षतिपूर्ति के ढाई करोड़ रुपये के बजट से ननि अपने अधिकारी-कर्मचारियों का वेतन, बिजली बिलों का भुगतान कर पाता है। जर्जर होती माली हालत को सुधारने के लिए ननि ने टैक्स की वसूली में सख्ती करना शुरू कर दिया है। इसी के तहत ननि क्षेत्र में चल रहीं 38 फैक्ट्रियों की लिस्ट बनी है, जिन पर दो करोड़ रुपये से ज्यादा का राजस्व बकाया है। इन फैक्ट्रियों ने पांच से लेकर 15 साल से ननि का सम्पत्तिकर नहीं चुकाया है। सबसे बड़े बकायादार में केएस आयल मिल का नाम है, जिस पर 1 करोड़ 43 लाख रुपये का सम्पत्ति कर बकाया बताया गया है। इसके अलावा कई फैक्ट्रियों पर पांच से लेकर 25 लाख रुपये तक का सम्पत्तिकर बकाया है। वसूली के लिए 27 को लगाएंगे शिविर, नहीं तो होगी कुर्की:मंगलवार की दोपहर नगर निगम आयुक्त संजीव जैन अपने अधिकारी-कर्मचारियों की टीम लेकर अंबाह बायपास इंडस्ट्री एरिया में मनोज आयल मिल को सील करने पहुंचे। यहां ननि के पूर्व सभापति अनिल गोयल अल्ली के भाई देवेन्द्र गोयल बल्ली की आयल फैक्ट्री (मनोज आयल मिल) पर 11 लाख रुपये से ज्यादा का सम्पत्तिकर बकाया है। नोटिस देने के बाद भी सम्पत्तिकर बकाया नहीं कराने पर फैक्ट्री को सील करने ननि की टीम पहुंची थी, इसी दौरान उद्योग एवं व्यापार केंद्र के महाप्रबंधक व अरविंद विश्वरूप के साथ कुछ उद्योगपतियों ने टैक्स जमा कराने के लिए समय मांगा और शिविर लगाने का सुझाव दिया। इस पर तय हुआ कि 27 जनवरी को शिविर लगेगा, जिसमें बकायदारा उद्योगपतियों ने बकाया सम्पत्तिकर जमा नहीं कराया तो उनकी फैक्ट्रियों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई होगी। किस फैक्ट्री पर नगर निगम का कितना बकायाफैक्ट्री नाम - बकाया राशिकेएस आयल मिल - 1.43 करोड़एमपी एग्रो इंडस्ट्री - 25.52 लाखरहीस आयल मिल - 19.37 लाखसिंह आयल मिल - 16.46 लाखसुरेश नरेंद्र आइस फैक्ट्री - 14 लाखएमपी पाइप उद्योग - 11.01 लाखमनोज आयल इंडस्ट्री - 11.07 लाखगौतम फैक्ट्री - 9.49 लाखसूरजभान आयल मिल - 5.89 लाखअनिल लक्ष्मीकांत इंडस्ट्री - 4.51 लाखमोदी इंडस्ट्री - 3.80 लाखबारी उद्योग फैक्ट्री - 2.52 लाखनवल प्रमोद गर्ग इंडस्ट्री - 3.67 लाखशिवा इंडस्ट्रीज - 3.27 लाखजेसी आयल मिल - 1.36 लाखऐसी कुल 38 फैक्ट्रियां जिन पर लाखों रुपये का सम्पत्तिकर बकाया है। वर्जन- ननि की सीमा में ऐसी 38 फैक्ट्री हैं, जिन पर सम्पत्तिकर का ढाई करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया है। सबसे अधिक 1.43 करोड़ रुपये केएस आयल मिल पर बकाया हैं। ऐसे उद्योगों के खिलाफ अब हम कुर्की की कार्रवाई करने वाले हैं, क्योंकि इन्हें राशि जमा कराने के नोटिस पहले ही दे चुके हैं। 27 को हम शिविर लगाएंगे, उस शिविर में जो उद्योगपति टैक्स जमा नहीं करेगा उसके खिलाफ हम कुर्की की कार्रवाई करेंगे। संजीव जैनआयुक्त, नगर निगम मुरैना
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