मुरैना(नईदुनिया प्रतिनिधि)। डोंगरपुर गांव के एक ही परिवार के चार लोगों की ग्वालियर के विक्रांत कालेज के पास सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे में डोंगरपुर किरार गांव के महेंद्र जाटव ने अपनी आंखों के सामने पिता तुल्य चाचा, पत्नी व दो बच्चियों को काल के गाल में समाते हुए देखा। हादसे की सूचना मिलते ही पूरे गांव में मातम पसर गया और रिश्तेदार और ग्रामीणों ने ग्वालियर की ओर दौड़ लगा दी। वहीं गांव की महिलाएं और कुछ लोग जरूर महेंद्र के घर के बाहर गमगीन हालत में बैठे दिखाई दिए। यहां बता दें कि महेंद्र जाटव अपने पिता की इकलौती संतान है। जिसने बचपन में ही अपनी मां को खो दिया। इसके कुछ सालों बाद पिता भी शांत हो गए। तब से महेंद्र अपनी पत्नी व तीन बच्चियों के साथ मजदूरी कर अपना पेट पाल रहा था, लेकिन अब इस हादसे के बाद उसकी एक बेटी व खुद महेंद्र ही पूरे परिवार में बचे हैं।
उल्लेखनीय है कि डोंगरपुर गांव निवासी महेंद्र जाटव के मामा ससुर के यहां ग्वालियर के सिरौली गांव में शादी समारोह था। जिसमें वह अपनी पत्नी राजाबेटी उम्र 40 साल, बेटी रेशमा उम्र 6 साल, पूनम उम्र 7 साल सहित अपनी बड़ी बेटी तथा चाचा पप्पू जाटव उम्र 60 साल तथा बुआ सास राजाबेटी उम्र 50 साल के साथ गया था। जब पूरा परिवार शादी समारोह से अपने घर वापस आ रहा था। उसी समय विक्रांत कालेज के पास खड़े होकर बस का इंतजार करने लगे। इस बीच महेंद्र साथ ही उसका भतीजा लक्ष्मण एक बेटी दूर खड़े थे। इसी बीच एक तेज रफ्तार गाड़ी आई। जिसने महेंद्र के चाचा, बुआ सास, पत्नी व दो बेटियों को कुचल दिया। हादसे की सूचना मिलने पर ग्रामीण व रश्तिेदारों ने ग्वालियर के लिए रवाना हो गए। जिस पर पता चला कि अब परिवार में महज महेंद्र व उसकी एक बेटी ही रह गई है। महेंद्र के पास महज डेढ़ बीघा जमीन है। जिसकी वजह से मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था। लेकिन इस हादसे में उनके परिवार को भी छीन लिया।
Posted By: Nai Dunia News Network
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