रायसेन ( नवदुनिया प्रतिनिधि)। जिला मुख्यालय रायसेन में पिछले तीन दिनों से लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। यहां दो दिन लगातार हुई भारी बारिश के चलते चहुंओर पानी ही पानी है, लेकिन लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। पेयजल संकट का कारण पानी ही है। तीन दिन पूर्व हुई भारी वर्षा के कारण हलाली डैम की बाढ़ का जलभराव पंप हाउस में हो गया है। जिससे रायसेन की पेयजल व्यवस्था चौपट हो गई है।
हलाली डैम से रायसेन में पेयजल वितरण पाइप लाइन के माध्यम से होता है। चार वर्ष पूर्व 34 करोड़ रुपये की लागत से रायसेन से हलाली डैम 23 किमी दूर तक पाइप लाइन बिछाई गई है। हलाली डैम के पास बने पंप हाउस से डैम का पानी रायसेन बायपास स्थित जलशोधन संयंत्र पहुंचता है। वहां से नल पाइप लाइनों के द्वारा जल वितरण करीब एक लाख की आबादी को घर-घर किया जाता है। पिछले तीन दिनों से यह वितरण व्यवस्था ठप पड़ी है और आगामी तीन दिनों तक और जल सप्लाई बाधित रहने की बात नपा प्रशासन कर रहा है। वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में शहर के 12 ट्यूबवेल व टैंकरों के माध्यम से लोगों को पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। पहले शहर में ट्यूबवेलों के माध्यम से ही जल वितरण व्यवस्था थी।
Posted By: Ravindra Soni
- Font Size
- Close