सुल्तानपुर(नवदुनिया न्यूज)। मछली पकड़ने गए आठ लोग बारना डैम के बरखेड़ा टापू पर गए थे। सोमवार को हुई तेज वर्षा के कारण यह लोग टापू पर फंस गए। प्रशाासन को जब इनके टापू पर फंसे होने की सूचना मिली तो बचाव दल को बुलाकर इन्हें निकालने का प्रयास किया गया। सोमवार को अत्याधिक जलभराव के कारण बचाव दल टापू तक नहीं पहुंच पाया। रात में वर्षा थमने के बाद जलभराव कम होने पर बचाव दल टापू पर पहुंचा। वहां से मंगलवार को सुबह बचाव दल सभी आठ लोगों को नाव से सुरक्षित वापस लाया है। नगर सहित संपूर्ण क्षेत्र में 36 घंटे से अधिक हुई वर्षा हुई। पूरा क्षेत्र भारी वर्षा के चलते तहस-नहस हो गया। लगातार वर्षा के कारण लोगों को जहां लंबे समय के लिए बिजली कटौती के संकट से जूझना पड़ा वही पीने के पानी का भी सामना करना पड़ा। नगर की बरना नदी में 36 घंटे से अधिक पुल पर पानी रहने से आवागमन प्रभावित हुआ है। नायब तहसीलदार सौरभ मालवीय को देर रात गोरखपुर ग्राम से जानकारी मिली थी हमारे गांव से चार लोग मछली पकड़ने गए हैं जो लौटकर नहीं आए। इस जानकारी को गंभीरता से लेते हुए विभाग ने अपने स्तर पर प्रयास किए गए। बारना डैम के बरखेड़ा टापू पर मछली पकड़ने गए लोग रुके हुए हैं। जानकारी के बाद स्थानीय विभाग द्वारा उन्हें सकुशल लाने के प्रयास किए गए। टापू पर उन्हें जाकर देखा तो वह चार नहीं आठ लोग थे। जिन्हें मछली ठेकेदार की बोट से स्थानीय लोगों के सहयोग एवं विभागीय कर्मचारियों ने सकुशल टापू से बाहर निकाल लिया। इनमें चार लोग गोरखपुर सुल्तानपुर के और चार लोग बाड़ी के निवासी थे। जिन्हें सुबह 5ः30 बजे दो नावों की सहायता से पीपलवाली से डैम में उतार कर सुबह 8 बजे एक बोट से चार लोगों को लेकर गोरखपुर किनारे पर सकुशल लोटे। सुबह 9ः30 बजे दूसरी बोट से चार लोगों को फ़शिगिं कलेक्शन सेंटर पीपलवाली सुल्तानपुर में सकुशल पहुंचाया है। इन आठ लोगों में धनसिंह 35 वर्ष, हरिनारायण 30 वर्ष, शब्बीर 35 वर्ष, आजाद 30 वर्ष, विमल 35 वर्ष, राहुल 30 वर्ष, हरिप्रसाद 55 वर्ष, हरिराम 55 वर्ष शामिल थे। पूरे रेस्क्यू में नायब तहसीलदार सौरभ मालवीय एवं थाना प्रभारी रंजीत सराठे की सराहनीय भूमिका रही।
न्यूनतम 25 अंक प्राप्त करने वालों की पदस्थापना होगी
रायसेन (नप्र)। राज्य शिक्षा केन्द्र के निर्देशानुसार विकासखण्ड स्त्रोत केन्द्र समन्वयक एवं सहायक परियोजना समन्वयक के पदों पर प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ होने के संबंध में लिखित परीक्षा 16 अगस्त को शासकी उत्कृष्ट विद्यालय रायसेन में आयोजित की गई। जिसमें कुल 19 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए। इस लिखित पात्रता परीक्षा का मूल्यांकन राज्य स्तर पर किया गया जिसका परिणाम वरीयता क्रम में जारी किया गया है। प्राविधान अनुसार सूची में न्यूनतम 25 अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी ही इन पदों पर नियमानुसार पदस्थ करने के लिए पात्र रहेंगे। यदि किसी को कोई दावा एवं आपत्ति है तो वह 25 अगस्त तक कार्यालयीन समय सीमा में सुसंगत साक्ष्य एवं अभिलेख सहित स्वयं उपस्थित होकर अपना दावा एवं आपत्ति प्रस्तुत कर सकते हैं। निर्धारित अवधि के उपरांत किसी प्रकार का कोई दावा अथवा आपत्ति मान्य नहीं होगी।
शासकीय सेवकों का महंगाई भत्ता तीन प्रतिशत बढ़ा
रायसेन (नप्र)। राज्य शासन ने शासकीय सेवकों के लिए महंगाई भत्ते में तीन प्रतिशत की वृद्धि करने के आदेश जारी कर दिए हैं। महंगाई भत्ते में वृद्धि के आदेश के बाद महंगाई भत्ता दर एक अगस्त 2022 से भुगतान माह सितंबर 2022 बढ़ कर कुल 34 प्रतिशत हो जाएगी। वर्तमान में शासकीय सेवकों को मार्च 2022 भुगतान अप्रैल 2022 से सातवें वेतनमान में 31 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता दिया जा रहा है। महंगाई भत्ता दर में 50 पैसे अथवा उससे अधिक पैसे को अगले उच्चतर रुपये में पूर्णांकित किया जाएगा और 50 पैसे से कम राशि को छोड़ दिया जाएगा। महंगाई भत्ते का कोई भी भाग किसी भी प्रयोजन के लिए वेतन के रूप में नहीं माना जाएगा। राज्य शासन ने यह भी निर्देश दिए हैं शासकीय सेवकों को महंगाई भत्ते के भुगतान पर किया गया व्यय संबंधित विभाग के चालू वर्ष के स्वीकृत बजट के प्राविधान से अधिक नहीं हो।
ई.खसरा परियोजना लागू
रायसेन (नप्र)। राष्ट्रीय भू-अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत आयुक्त भू.अभिलेख एवं बन्दोबस्त मप्र ग्वालियर ने ई.खसरा परियोजना को लागू किया है। किसानों से आग्रह किया गया है कि वे ई खसरा खतोनी ही लें। इस परियोजना के अन्तर्गत अनुबंधित फर्म द्वारा सभी तहसीलों में आईटी सेन्टर स्थापित किए गए हैं। जिनसे कृषकों को उनकी मांग अनुरुप प्रमाणित खसरा बी.1, नक्शा की प्रतिलिपियां नियत शुल्क प्रति पृष्ठ 30 रुपये लेकर उपलब्ध कराई जा रही है। कृषक अपने खाते की नकल, खेत का अक्श विभागीय बेवसाइट पर निश्शुल्क देख सकता है।
एसएमएस से मिलेगी जीपीएफ संबंधी जानकारी
रायसेन (नप्र)। महालेखाकार ग्वालियर की ओर से एसएमएस सुविधा शुरू की जा रही है। इस व्यवस्था में अधिकारी, कर्मचारियों को महालेखाकार की ओर से आवश्यक जानकारी यथा जीपीएफ में जमा, निकासी की जानकारी एसएमएस के माध्यम से दी जाएगी। प्रधान महालेखाकार ने बताया कि राज्य शासन के ऐसे समस्त अधिकारी, कर्मचारीए जो सामान्य भविष्य निधि की पात्रता रखते हैं उनसे मोबाइल नम्बर, ई-मेल आईडी और सामान्य भविष्य निधि खाते की जानकारी चाही है। उन्होंने बताया कि जानकारी उपलब्ध हो जाने पर महालेखाकार कार्यालय की ओर से एसएमएस सुविधा का लाभ अधिकारी,कर्मचारियों को मिलने लगेगा।
Posted By: Nai Dunia News Network
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