रायसेन(नवदुनिया प्रतिनिधि)। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने अतिवर्षा से उत्पन्ना परिस्थितियों का जायजा लेने के लिए मंडीदीप के दाहोद बांध का बुधवार को निरीक्षण किया। यह बांध 1958 का बना हुआ है। जिससे मंडीदीप के औद्योगिक क्षेत्र और औबेदुल्लागंज को पानी उपलब्ध कराया जाता है। दाहोद डैम में लगातार वर्षा से पानी फुल टैंक हो गया है। जिससे डैम से पानी छोड़ा गया था। मंत्री सिलावट ने दाहोद बांध का निरीक्षण कर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए की डैम काफी पुराना है। इसकी मजबूती के लिए कार्ययोजना बनाकर भेजी जाए और इसकी क्षमता उन्नायन के लिए आधुनिक मापदंड के अनुसार काम किया जाए। विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संपर्क कर बांध और जलाशय की स्थिति से अवगत करवाया जाए। सिलावट ने निर्देश दिए की अत्यधिक वर्षा के कारण बांध में क्षमता से अधिक पानी आने पर उसकी निकासी की व्यवस्था का प्लान भी तैयार रखा जाए। विभाग के अधिकारी स्थानीय प्रशासन से निरंतर संपर्क में रहें और सूचना का आदान- प्रदान करते रहे। मंत्री सिलावट ने कहा की बांधों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। दाहोद डैम काफी पुराना है इसकी रीटरिंग वाल को तीन दिन में ठीक किया जाए। इसके साथ ही यदि इसके आस पास यदि अतिक्रमण है तो तुरंत एसडीएम, तहसीलदार के साथ कार्रवाई कर अतिक्रमण को हटाया जाए। निरीक्षण के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष, ग्रामीण, स्थानीय जनप्रतिनिधि, एसडीएम आदित्य जैन और जल संसाधन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। गौरतलब है कि बीते रोज हुई भारी वर्षा के कारण दाहोद डैम की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसका सुधार कार्य फिलहाल कर दिया है, लेकिन डैम की सुरक्षा को लेकर विभागीय अधिकारी चिंतित हैं। डैम की जलभराव क्षमता 385 मीटर है। करीब 64 वर्ष पुरानी इस डैम का सुरक्षा के नए मापदंडों के अनुसार निर्माण कार्य कराना जरूरी है। पिछले कई दशक बाद इस डैम में क्षमता से अधिक जलभराव हुआ है। जिसके पानी की निकासी के लिए गेट पर्याप्त नहीं हैं।
Posted By: Nai Dunia News Network
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