
नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम। महू रोड कृषि उपज मंडी में रविवार शाम उस समय हंगामा मच गया जब प्याज लेकर पहुंचे किसानों की ट्रालियां मंडी के बाहर रोक दी गईं। नाराज किसानों ने विरोध करते हुए मंडी गेट पर जाम लगा दिया। शाम करीब छह बजे शुरू हुआ यह जाम लगभग तीन घंटे तक जारी रहा।
बातचीत करने अधिकारी पहुंचे
गेट बंद होने की सूचना मिलते ही तहसीलदार पिंकी साठे और मंडी सचिव लक्ष्मी भंवर मौके पर पहुंचीं और किसानों से बातचीत कर जाम हटवाया। यह चार दिनों में दूसरी बार हुआ जब किसानों ने मंडी में प्रवेश न मिलने पर जाम लगाया। शनिवार-रविवार की छुट्टी के कारण किसान रविवार रात ही अपनी उपज लेकर मंडी पहुंच गए थे। सोमवार को मंडी खुलने पर नीलामी शुरू की जानी थी, लेकिन किसानों के गेट जाम करने से व्यापारियों का लोड माल बाहर नहीं निकल सका।
इस दौरान भावांतर योजना के तहत बिक्री के लिए आए सोयाबीन और गेहूं की ट्रालियां भी जाम में फंसी रहीं। करीब तीन घंटे की समझाइश के बाद गेट से प्याज लाए किसानों के ट्रैक्टर हटाए गए और अन्य किसानों को मंडी में प्रवेश दिया गया।
तहसीलदार पिंकी साठे ने बताया कि प्याज की आवक काफी बढ़ जाने से मंडी में क्षमता के अनुसार ट्रालियों को लिया गया है। करीब 200 से 300 ट्रालियां बाहर इंतजार में थीं, जबकि 900 ट्रालियां पहले ही अंदर जा चुकी थीं। बाहर की ट्रालियों को सैलाना बस स्टैंड स्थित सब्जी मंडी में टोकन देकर भेजा गया। उन्होंने बताया कि आसपास के जिलों से भी किसान मंडी में आ रहे हैं, जिससे व्यवस्था पर असर पड़ा है।
पहले भी लग चुके हैं जाम
इससे पहले 30 अक्टूबर की रात को भी किसानों ने प्रवेश न मिलने पर सालाखेड़ी मार्ग पर ट्रक खड़ा कर रास्ता जाम किया था। देर रात तक चले जाम के कारण व्यापारियों को माल निकालने में दिक्कत हुई थी। अगले दिन आक्रोशित व्यापारियों ने नीलामी रोक दी थी।
किसानों का आरोप
किसानों ने आरोप लगाया कि बाहर ट्रालियां खड़ी करने से उपज और ट्रैक्टर-ट्रालियों के पुर्जे चोरी होने का खतरा रहता है। व्यापारियों ने कहा कि उन्होंने प्रशासन से पीछे का गेट खोलने और रास्ता ठीक करने की मांग की थी, लेकिन प्रशासन की अनदेखी के कारण अब जाम जैसी स्थिति बन रही है।
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