रतलाम। शहर सहित अंचल में मंगलवार को झमाझम वर्षा से चारों तरफ खुशियां छा गई। खेतों में मुरझाती खरीफ फसलों की चमक लौट आई। इस वर्षा के बाद जिले में अब युद्ध स्तर पर बोवनी प्रारंभ हो जाएगी। तेज वर्षा से शहर में जगह-जगह जलजमाव हो गया। सड़कों पर पानी की रेलमपेल मच गई। नालियां अवरुद्ध होने से गंदगी सड़कों पर फैल गई। नीचले क्षेत्रों की सड़कों पर एक-एक फीट पानी बहने लगा। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
मंगलवार सुबह से बादलों का डेरा लगा रहा। दोपहर करीब दो बजे मौसम ने पलटी मारी और कई स्थानों पर बूंदाबांदी शुरू हुई। तीन बजे से झमाझम का दौर प्रारंभ हुआ, जो करीब 40 से 50 मिनट तक चला। इससे शहर में चारों तरफ पानी ही पानी हो गया। कई क्षेत्रों में पानी की समुचित निकासी नहीं होने से जलजमाव की स्थिति निर्मित हो गई। इस दौरान 40 मिमी वर्षा दर्ज की गई। अच्छी वर्षा से किसान सहित आमजन के चेहरों पर रौनक लौट आई। गर्मी और उमस से भी लोगों को राहत मिली।
अब तक 112.8 मिमी वर्षा
सुबह आठ बजे समाप्त हुए बीते चौबीस घंटों के दौरान जिले में औसत 22.6 मिमी पानी बरसा। आलोट तहसील में 18 मिमी, जावरा में 62 मिमी, ताल में 27 मिमी, पिपलौदा में 39 मिमी, बाजना, रतलाम में दो-दो मिमी, रावटी में 18 मिमी, सैलाना तहसील में 13 मिमी पानी बरसा। जिले में अब तक 112.8 मिमी वर्षा हो चुकी है। यह गत वर्ष की तुलना में 30 मिमी कम है। गत वर्ष इस अवधि में 142.8 मिमी पानी बरसा था। जिले की अब तक की सामान्य औसत वर्षा 191.5 मिमी और कुल सामान्य औसत वर्षा 918.3 मिमी है।
जिले की तहसीलों में वर्षा की स्थिति
तहसील-अब तक-गत वर्ष की वर्षा मिमी में
आलोट 47.0-147.0
जावरा 240.0-265.0
ताल 106.0-95.0
पिपलौदा 92.0-141.0
बाजना 82.0-56.0
रतलाम 122.0-140.6
रावटी 75.1-146.6
सैलाना 138.0-151.0
औसत 112.8-142.8
दो डिग्री गिरा दिन का तापमान
सोमवार के मुकाबले मंगलवार को अधिकतम तापमान में 2.0 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई, वहीं न्यूनतम तापमान में 0.2 डिग्री सेल्सियस की मामूली वृद्धि हुई। सुबह की आर्द्रता 90 प्रतिशत व शाम की 95 प्रतिशत रही, जो सोमवार को क्रमशः 82 व 75 प्रतिशत थी।
एक नजर तापमान की चाल पर
तारीख अधिकतम न्यूनतम
05 जुलाई 31.2 23.4
04 जुलाई 33.2 23.2
03 जुलाई 31.2 25.0
02 जुलाई 32.2 24.2
01 जुलाई 33.5 24.4
30 जून 31.2 24.0
29 जून 34.2 25.6
28 जून 34.2 28.0
नामली में जोरदार वर्षा से किसानों के चेहरे खिले
नामली। नगर व आसपास के क्षेत्रों में जोरदार वर्षा से किसानों के चेहरे खिल गए। क्षेत्र में गत दिनों रिमझिम वर्षा के बाद किसानों ने बोवनी का कार्य शुरू कर दिया था, लेकिन बोवनी के बाद वर्षा नहीं होने से किसानों को दोबारा बोवनी की चिंता सताने लगी थी। मंगलवार को एक घंटे से अधिक समय तक तेज वर्षा से चारों तरफ पानी ही पानी हो गया। नगर के होली चौक, सदर बाजार, पैलेस रोड गढ़ के पीछे सहित कई निचली बस्तियों में जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई। जोरदार वर्षा से चुनाव प्रचार-प्रसार के लिए प्रत्याशियों द्वारा दीवारों पर किए गए पेंट, बैनर, पोस्टर भी बह गए।
बोवनी कर चुके किसानों की चिंता दूर
करिया। बोवनी के बाद क्षेत्र मे सोमवार रात तथा मंगलवार दोपहर को रिमझिम व तेज वर्षा से अंकुरण की समस्या से निजात मिलेगी। गौरतलब है कि क्षेत्र में गुरुवार को वर्षा के बाद किसानों ने खेतों में खरीफ की बोवनी कर दी थी। बोवनी के बाद समुचित अंकुरण के लिए वर्षा की दरकार थी, जो सोमवार रात करीब दो घंटे की रिमझिम व मंगलवार दोपहर तीन बजे एक घंटे तक झमाझम वर्षा से किसानों की चिंता दूर हो गई।
झमाझम से चिंता के बादल छंटे
प्रीतमनगर। आसपास के क्षेत्र सहित ग्राम में दोपहर तीन बजे से एक घंटे तक झमाझम वर्षा हुई। इससे मौसम में ठंडक घुल गई और आमजन को गर्मी-उमस से राहत मिली। किसान भगवानसिंह जादव ने बताया कि इस वर्षा से खरीफ की बोयी गई फसलों को जीवनदान मिल गया। जिन खेतों में अभी तक बोवनी नहीं हुई, वहां अब बोवनी हो सकेगी। खाली खेतों को देखकर किसानों में व्याप्त चिंता के बादल भी छंट गए। गांव में एक पखवाड़े पहले कुछ क्षेत्र में वर्षा हुई थी। समान रूप से वर्षा अब हुई है।
जलजमाव से हुई परेशानी
बड़ावदा। नगर सहित आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार दोपहर झमाझम वर्षा से चारों तरफ पानी ही पानी हो गया। कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
Posted By: Nai Dunia News Network
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