नीलांबुज पांडे, सीधी
संजय टाइगर रिजर्व में हाथी झुंड से ग्रामीणों को बचाने के लिए चिन्हित इलाके में नाइट विजन कैमरा लगाया गया है। इस कैमरे में जंगल से निकलकर गांव में घुसने वाले हाथी झुंड कैद हो जाएंगे। यहां लगी टीम गांव के लोगों को तत्काल सतर्क कर देंगे, जिससे होने वाले मानव द्वंद से बचा जा सकेगा। लाउड स्पीकर, एनाइडर सिस्टम, स्मार्ट स्टिक ग्रामीणों के बीच दिया गया है। ग्रामीणों को विशेष दल द्वारा ग्रामीणों को जागरूक करने प्रशिक्षित किया गया है। बता दें कि संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र के पो़ड़ी रेंज के जंगलों में हाथी झुंड अपना ठिकाना वर्ष 2019 से बनाए हुए हैं। शुरुआत में इनकी संख्या 7 रही है अब ब़ढ़कर 9 हो गई है।
बता दें कि संजय टाइगर रिजर्व के पो़ड़ी रेंज के डोमार पाठ, वुढन डोल, लुरघुटी सहित आसपास के जंगलों में हाथियों का आना जाना बना रहता है। यह झुंड 9 की संख्या में अक्सर रात के समय निकलकर गांवों में पहुंच जाते हैं। आदिवासी परिवार के घरों में रखे महुआ फूल उनका पसंदीदा भोजन है। जिसकी सुगंध से यह उनके घरों को निशाना बनाते हैं इतना ही नहीं यह पूरी गृहस्थी उजा़ड़ देते हैं। इतना ही नहीं यह दिन के बीच कोई ग्रामीण फस गया तो उसकी जान भी ले लेते हैं।
खुद को ऐसे बचाएं हाथी झुंड से
ग्रामीणों को प्रशिक्षण के दौरान खुद को हाथी झुंड से बचाने के लिए उपाय बताया गया। प्रशिक्षण दल ने ग्रामीणों को बताया कि वह तंबाकू और लाल मिर्च इकट्ठा कर रखें जैसे ही उन्हें हाथी झुंड आने की सूचना मिले तो वह तत्काल आग लगाकर धुआं करें, दरअसल इनके धुआं से हाथी दूर भाग जाते हैं।
यह क्षेत्र रहता है प्रभावित
बता दे कि हाथियों के झुंड को लेकर पो़ड़ी रेंज के साथ आसपास रहने वाले ग्रामीण इनकी दहशत में रहते हैं। यह झुंड जंगलों से निकलकर गांव में पहुंच जाते हैं और घर, अनाज का नुकसान करते ही हैं इसके साथ ही मानव पर भी आक्रमण करते हैं। इस दहशत से ग्रामीणों को निकालनेगर रिजर्व का अमला समय-समय पर जागरूकता का काम करते रहे हैं। यह प्रशिक्षण वन परिक्षेत्र पो़ड़ी रेंज और म़ड़वास से लगे गांव प्रभावित ग्रामीणों को दिया गया है।
इस तरीके से होगी निगरानी
संजय टाइगर रिजर्व अंतर्गत रैपिड रिस्पांस टीम एवं गांवो के लोगो के साथ हाव्ट्सएप में हाथी सर्तकता समूह के नाम से ग्रुप बनया गया है, जिससे गांव वालों को हाथी के मूवमेंट की जानकारी मिलती रहती है। इसके अतिरिक्त संजय टाइगर रिजर्व द्वारा मानव-हाथी द्वंद्व को कम करने के प्रयास में गांवो में स्पीकर सिस्टम, अमझर कैंप के पास एनाइडर सिस्टम, नाइट विजन कैमरा, स्मार्ट स्टिक एवं दल को टार्च उपलब्ध कराए गए है। माना जा रहा है कि कई प्रयास संजय टाइगर रिजर्व द्वारा मानव-हाथी द्वंद्व को कम करने के लिए किए जा रहे जो काफी लाभ कारक है।
इन्होंने दिया प्रशिक्षण
इस कार्याशाला में विश्व प्रकृति निधि भारत के सदस्य हितेन वैश्य, लैडस्केप कॉर्डिनेटर, सीनियर प्रोजेक्ट आफीसर डेविड स्मीथ,दाबीर हसन, उपेन्द्र दुबे एवं संदीप चौकसे के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
इनका कहना
हाथी मानव द्वंद से बचने के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया गया है। इन्हें उपाय भी बताए गए हैं। चिन्हित स्थानों में नाइट विजन कैमरा कैमरा लगाया गया है साथ अन्य उपकरण भी दिया गया है।
वायपी सिंह सीसीएफ संजय टाइगर रिजर्व
Posted By: Nai Dunia News Network
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