सागर(नवदुनिया प्रतिनिधि)। क्षेत्रीय परिवहन विभाग तीस नवंबर से लोगों को घर बैठे ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस बनवाने की सुविधा देने के विरोध में शुक्रवार को आरटीओ विभाग के कर्मचारी हड़ताल पर रहे। कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से यहां पहुंच लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा। वहीं दोपहर बाद शासन द्वारा आदेश वापिस लिए जाने से कर्मचारियों ने दोपहर बाद अपनी हड़ताल वापिस ले ली।
शासन द्वारा लागू की जा रही इस नई व्यवस्था का परिवहन विभाग के कर्मचारी इस व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं और उन्होंने इसके लिए दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया था। 30 नवंबर से लागू होने वाली इस व्यवस्था से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों को कार्यालय के चक्कर नहीं काटने होते तो वहीं इसकी मदद से किसी भी राज्य के डाइविंग लाइसेंस में संशोधन किया जा सकेगा, लेकिन इस व्यवस्था का दुरुपयोग होने और आरटीओ के कर्मचारियों को इसका जिम्मेदार माने जाने से कर्मचारियों में आक्रोश है।
दिव्यांग का वेरिफिकेशन कैसे होगा
मप्र तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, परिवहन विभाग के पदाधिकारियों ने बताया कि घर बैठे लर्निंग लाइसेंस बनवाने की व्यवस्था में फर्जीवाड़ा होने से इंकार नहीं किया जा सकता। इस नई व्यवस्था से लोग भी परेशान होंगे। मजबूरी में उन्हें एजेंट को ही पैसे देकर लर्निंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन कराना होगा। कर्मचारियों के अनुसार घर बैठे लाइसेंस बनवाने के दौरान फोटो और जरूरी दस्तावेजों का सत्यापन आसान नहीं होगा। इसके अलावा इसका दुरुपयोग भी हो सकता है, क्योंकि आवेदन दिव्यांग या फिर मानसिक रूप से विक्षिप्त है इसका पता नहीं लग सकेगा। वहीं यदि कुछ गड़बड़ी होगी तो उसकी जिम्मेदारी कर्मचारियों की होने से कर्मचारियों में ज्यादा आक्रोश है। कर्मचारियों की मांग है कि 30 नवंबर से लाइसेंस बनवाने की नई व्यवस्था शुरू नहीं की जाए। 25 सालों से वरिष्ठ कर्मचारियों को पदोन्नति देने के लिए विभागीय परीक्षाएं नहीं हुई है उसे दोबारा शुरू किया जाए। साथ ही परिवहन विभाग के कर्मचारियों को भी पुलिस के समान खाकी वर्दी दी जाए। कर्मचारियों की हड़ताल के चलते दिनभर विभिन्ना कामकाज को लेकर आरटीओ पहुंचे जिले के लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा और जब काम नहीं हुआ तो वह वापिस लौट गए।
आदेश वापिस लेने से दोपहर बाद हड़ताल हुई खत्म
आरटीओ प्रदीप शर्मा का कहना है कि लायसेंस प्रक्रिया ऑनलाइन किए जाने के विरोध में कर्मचारियों द्वारा शुक्रवार को काम बंद हड़ताल की गई। कर्मचारियों का कहना था कि कुछ गलती होती है तो बाबू की जिम्मेदारी होगी, जबकि ऑनलाइन वेरिफिकेशन में कई समस्या है। दोपहर बाद शासन ने आदेश वापिस ले लिए हैं और यह प्रक्रिया आगे बढ़ा दी गई है जिसके बाद कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल वापिस ले ली। कार्यालय आने वाले लोगों को कर्मचारियों की हड़ताल के संबंध में सूचना दे दी गई थी, जिसके बाद वह वापस लौट गए।
Posted By: Nai Dunia News Network
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