पराग जैन। रजवांस (नवदुनिया न्यूज)। त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव में मालथौन विकासखंड की नवगठित तेरह ग्राम पंचायतों में मतदाता अपने मत का प्रयोग पहली बार करेंगे। वहीं चुनावी रंजिश में हत्या का शिकार हुए अशोक चौबे की मृत्यु के बाद सागौनी पंचायत पर सबकी नजर रहेगी।
मालथौन विकासखंड की बड़ी ग्राम पंचायत मालथौन, बांदरी एवं बरोदिया कलां को हाल ही में नगर परिषद का दर्जा मिला है। उक्त ग्राम पंचायतों को नगर परिषद बनाये जाने एवं नवगठित नगर परिषद में अन्य पंचायतों को शामिल किए जाने से मालथौन जनपद की कुल 62 ग्राम पंचायतों में से मात्र 41 ग्राम पंचायतें शेष रह गई थी। शेष बड़ी ग्राम पंचायतों का विघटन करके 13 नवीन ग्राम पंचायतों का सृजन हुआ है। इस प्रकार अब मालथौन विकासखंड में कुल 54 ग्राम पंचायतें हो गई हैं। इन नवीन ग्राम पंचायतों में मतदाता पहली बार अपना सरपंच चुनेंगे। जानकारी अनुसार मालथौन जनपद पंचायत क्षेत्र की नवगठित ग्राम पंचायतों में किशनगढ़, सेमराकाछी,बरोदिया गुसाईं, देवपुरा, रामछायरी, खेराई, नीमखेड़ा, तिगरा खुर्द, मुहलीबुुर्ग, जुझारपुरा, चकेरी, दुगाहाखुर्द एवं मुहली पिठोरिया ग्राम पंचायतों को सृजित किया गया है। इन ग्राम पंचायतों की आरक्षण प्रकिया भी संपन्ना हो गई है, जो चुनाव पूर्ण होते ही उक्त ग्राम पंचायतें अस्तत्व में आ जाएंगी। नवगठित ग्राम पंचायतें क्रमशः सीपुर,हरदोट, भेलैया, पातीखेड़ा, बमनोरा, मड़ैयामाफी, समसपुर, रेडोनमालगुजारी, बीजरी, चंद्रापुर, पथरिया चिंटांई, दुगाहाकलां एवं कोलुआ ग्राम पंचायतों के सम्मिलित ग्राम थे। जो अब ग्राम पंचायत मुख्यालय बनाये गए हैं।
सागोनी ग्राम पंचायत पर रहेगी नजर
ग्राम पंचायत सागोनी पर इस बार सभी की नजरें टिकी हुई हैं। नजर इसलिए क्योंकि हाल ही में सागोनी गांव के कद्दावर माने जाने वाले नेता स्व. अशोक चौबे की हत्या कर दी गई थी। परिजनों ने हत्या को पंचायत चुनाव की रंजिश से जोड़ा था और आरोप भी लगाये थे। किंतु पुलिस ने जिस अंदाज में चौबे हत्याकांड का खुलासा किया था वह परिजनों के साथ-साथ क्षेत्र की जनता को भी हजम नहीं हुआ और आज भी इस क्षेत्र की जनता चौबे हत्याकांड के असल आरोपियों के खुलासे के इंतजार में है।
Posted By: Nai Dunia News Network
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