Sehore Farmer Death सीहोर (नवदुनिया प्रतिनिधि)। कृषि विभाग भले ही जिले में खाद की पर्याप्त उपलब्धता बता रही है और वितरण भी करा रही है, लेकिन किसानों को खाद वितरण केंद्र पर अल सुबह से देर रात तक व दूसरे व तीसरे दिन भी मशक्कत करनी पड़ रही है, वहीं खाद भी पर्याप्त नहीं मिल रहा है। ऐसा ही एक मामला ढाबला सोसायटी का सामने आया है, जहां सुबह से शाम तक किसान खाद के लिए कतार में लगा रहा है। जब उसे शाम तीन बजे खाद की पर्ची मिली तो वह कुछ दूर पहुंचते ही जमीन पर गिर गया, जिसकी मौत हो गई।
सीहोर मुख्यालय के नजदीकी ग्राम रामाखेड़ी निवासी 65 वर्ष के किसान शिवनारायण मेवाड़ा की शुक्रवार को मौत हो गई, उनके स्वजनों का कहना है कि खाद के लिए शुक्रवार की सुबह 6 बजे से ग्राम ढाबला सोसाइटी गए हुए थे, मृतक किसान के भतीजे धनराज सिंह मेवाडा ने बताया कि वह करीब दस घंटे तक खाद के लिए लाईन में भूखे प्यासे लगे रहे।
सुबह छह बजे वह घर से सोसाइटी आये थे, करीब दोपहर तीन बजे उन्हें खाद की पर्ची मिली, पर्ची लेने के बाद सोसाइटी से कुछ दूर चलने पर ही वह गिर गए, और उनकी मौत हो गई। मृतक किसान के पास करीब तीन एकड़ जमीन है। परिवार में उसके दो बेटे हैं, ग्रामीणों ने बताया कि पूरे क्षेत्र में खाद का काफी संकट है।
एक-एक सप्ताह तक परेशान होने के बाद किसानों को खाद मिल पा रहा है। मृतक किसान के बेटे माखन सिंह ने बताया कि उनके पिताजी विगत चार दिनों से खाद लेने जा रहे थे, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल पा रही थी।
हालांकि उपसंचालक कृषि सीहोर केके पांडे का कहना है कि ढाबला सोसाइटी में दो दिनों में 50 टन खाद भेजा गया है। खाद संकट कहीं नहीं है। किसानों को प्रक्रिया के अनुसार खाद वितरण किया जा रहा है। दस बजे सोसाइटी खुलती है, लेकिन किसान पहले से ही लाईन लगा लेते हैं। किसान की मौत खाद की कतार में नहीं हुई है।
Posted By: Nai Dunia News Network
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