सीहोर। ग्राम जमोनिया में पट्टे की जमीन की खरीद-फरोख्त करने का मामला सामने आया है। मामले में फरियादी की जमीन धोखे से अपने नाम कराकर बेचने का मामला सामना आया है। फरियादी ने इसकी शिकायत सीएम हेल्प लाइन और अधिकारियों से की थी। जिसमें बाद मंगलवार को पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया।
मामले में मंडी टीआई मनोज मिश्रा ने बताया कि ग्राम जमुनिया निवासी मोर सिंह को साढ़े तीन एकड़ जमीन का पट्टा मिला था। जिस पर वह खेती करता था, लेकिन वर्ष 2000 में वह बेरागढ़ रहने चला गया। जहां वह काम करने लगा साथ ही उसने अपनी जमीन बटाइदारी पर हेमराज मीणा को दे दी। दोनों के बीच करार हुआ कि जो उपज होगी उसमें से 10 बोरे हेमराज मीणा को मोर सिंह को देनी होगी। वहीं इसकी लिखित लिखा पड़ी भी हुई। मोर सिंह अनपढ़ है। जिसका फायदा हेमराज ने उठाया और धोखे से अनुबंध में मोर सिंह की जमीन खुद के नाम कर ली। जमीन पट्टे की होने के कारण रजिस्ट्री नहीं कराई जा सकती थी। इसलिए इस अनुबंध के आधार पर ही हेमराज ने यह जमीन अखिलेश राठौर को सात लाख में बेच दी। इसका अनुबंध अखिलेश राठौर ने अपने भाई शैलेष राठौर के नाम करवाया। इसकी जानकारी मोर सिंह को नहीं थी। मोर सिंह लॉकडाडन में जब अपनी जमीन पर पहुंचा तो उसके साथ मारपीट की गई। इसके बाद फरियादी मोर सिंह फिर से फरवरी माह के प्रथम सप्ताह में आया तो उसके साथ फिर से अभद्र व्यवहार किया गया। जिसकी शिकायत उसने सीएम हेल्प लाइन सहित कई अधिकारियों से की। जिसके बाद मंडी टीआई ने कार्रवाई करते हुए हेमराज मीणा, शैलेष राठौर और अखिलेश राठौर को गिरफ्तार किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
Posted By: Nai Dunia News Network
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