शहडोल। नईदुनिया प्रतिनिधि
जिले के लोगों के साथ साथ प्रशासन के लिए भी यह राहत वाली खबर है कि पिछले तीन चार दिनों से पाजिटिव मरीजों की संख्या में कमी देखी जा रही है। यह अलग बात है कि सेंपल लेने के बाद उसकी रिपोर्ट लोगों को पांच पांच दिन तक नहीं मिल पा रही है। शहर के लोग अपने सेंपल की जांच की रिपोर्ट के लिए जिम्मेदार लोगों को मोबाइल से संपर्क करते हैं तो उनको यह कहा जाता है कि अभी आपकी रिपोर्ट मेडिकल कालेज के लैब् से नहीं मिली है । जिम्मेदार लोगों के लापरवाही पूर्ण रवैए के कारण इनमें गुस्सा है।
डाक्टर ने खुद लिया सेंपल : गुरूवार की रात शहर की एक महिला गंभीर बीमार हो गई जिसके बाद उसके घर से सेंपल जांच के लिए फोन आया। लैब टेक्निशियन न होने के कारण डाक्टर अंकित तिवारी ने खुद महिला का सेंपल लिया। जिला अस्पताल के कोरोना जांच सेंटर पर भी जांच कराने जाने वालों को परेशान होना पड़ रहा है। यहां पर ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी समय पर नहीं मिलते हैं जिसके कारण लोग इंतजार कर चले जाते हैं। यह तो तय है कि तीसरी लहर में फिलहाल लापरवाही बरती जा रही है।
दिखने लगी फिर लापरवाही : जैसे जैसे मरीजों की संख्या में कमी आई है वैसे वैसे बाजार व अन्य स्थानों पर लापरवाही भी नजर आने लगी है। लोग बिना मास्क के घूमने लगे हैं और भीड़ वाली जगहों पर भी लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं। दुकानों में भी कोरोना प्रोटोकाल का पालन नहीं किया जा रहा है। वहीं कोचिंग संस्थान भी धडल्ले से भीड़ जुटाकर बिना मास्क के बच्चों को पढ़ा रहे हैं। जिला प्रशासन के अधिकारी भी इसकी जांच नहीं कर रहे हैं जिससे लोगों में अब तीसरी लहर में निर्देशों का पालन करने का डर नहीं रहा।
Posted By: Nai Dunia News Network