Shajapur Crime News: शाजापुर। बेरछा में रविवार रात को प्रेमिका के घर गोलीबारी, हत्या और सोमवार सुबह रेलवे ट्रेक पर मिली आरोपित प्रेमी के लाश के मामले में बेरछा थाना पुलिस बारिकी से जांच कर रही है। सुभाष की रेल से कटकर मौत और उस पर लगे आरोपों से उसका परिवार भी सदमें हैं। गोलीबारी के बाद जहां बेरछा में हड़कंप मचा था। वहीं सुभाष के इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर की गई पोस्ट के बाद सुभाष के परिवार में भी हड़कंप मच गया था।

पोस्ट देखने के बाद लगातार सुभाष के स्वजन और दोस्त उसके मोबाइल पर संदेश और फोन लगाते रहे। सुभाष के भाई महेश होमगार्ड में एसडीआरएफ सैनिक हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें सोमवार सुबह बेरछा पुलिस ने रेलवे ट्रेक पर शव मिलने की जानकारी देकर शिनाख्त के लिए बुलाया, तव घटनाक्रम की जानकारी लगी। उनका कहना है कि मामले में बारिकी से जांच होना चाहिए।

बेरछा थाना पुलिस ने मामले में साक्ष्य जुटाने के लिए घटनास्थल के आसपास भवनों का मुआयना भी किया, किंतु कहीं भी सीसीटीवी कैमरे नहीं दिखे। वहीं गोली लगने से घायल प्रेमिका शिवानी की हालत में सुधार है। इंदौर के निजी अस्पताल में उसका आपरेशन किया गया है। बेरछा थाना पुलिस ने मृतक जाकिर खान के घर पहुंचकर भी छानबीन कर साक्ष्य जुटाए।

थाना प्रभारी ने लिए घायल शिवानी के बयान

मंगलवार को बेरछा थाना प्रभारी इनिम टोप्पो ने इंदौर पहुंचकर घायल शिवानी के बयान लिए। टोप्पो ने बताया कि शिवानी ने रविवार-सोमवार की दरमियानी रात हुआ पूरा घटनाक्रम बताया है। उन्होंने बताया कि मामले में सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। गोलीबारी से लेकर आरोपित की मौत तक को लेकर कई बिंदुओं पर जांच चल रही है। मृतक सुभाष के मोबाइल भी पुलिस के पास हैं। इनमें से भी पुलिस को मामले से जुड़े कई तथ्य मिलेंगे। फिलहाल पुलिस अफसर मामले में जांच जारी होने की बात कह रहे हैं।

यह है मामला

रविवार-सोमवार की दरमियानी रात पुलिस आरक्षक सुभाष खराड़ी ने बेरछा में अपनी प्रेमिका और उसके पिता पर गोलीबारी कर दी थी। गोली लगने से प्रेमिका के पिता जाकिर खान की मौत हो गई थी। प्रेमिका शिवानी गंभीर घायल हुई थी। गोलीबारी के बाद प्रेमी सुभाष खराड़ी के इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर एक पोस्ट सामने आई थी। जिसमें प्रेमिका शिवानी के साथ फोटो भी थे। पोस्ट में लिखा की प्यार में धोखा इसलिए ठोका, और उस को तो ऐसा दर्द दिया है जो जिंदगी भर याद रखेगी। सोमवार सुबह गोलीबारी के आरोपित माने जा रहे सुभाष का रेल से कटा हुआ शव बेरछा थाने से करीब तीन किमी दूर रेलवे ट्रेक पर मिला था।

अनुकंपा नहीं मेहनत से पाई थी खाकी वर्दी

सुभाष के भाई महेश होमगार्ड की एसडीआरएफ शाखा में पदस्थ हैं। महेश ने बताया कि सुभाष की पुलिस विभाग में अनुकंपा नियुक्ति नही थी। उसने मेहनत और पढ़ाई करके पुलिस की नाैकरी पाई थी। सुभाष की नौकरी वर्ष 2017 में पुलिस विभाग में लग गई थी। जबकि पिता मायाराम खराड़ी की मृत्यु वर्ष 2020 में शाजापुर जिले में पदस्थ रहने के दौरान हुई थी। भाई महेश बताते हैं कि उसे नौकरी और वर्दी से बहुत लगाव था। सुभाष के इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर लिखा स्टेट्स 'मुझे अभिमान है इसका की मैं हूं अंग वर्दी का, बड़ी किस्मत से मिलता है ए खाकी रंग वर्दी का' भी बताता है कि उसे वर्दी से लगाव था।

Posted By: Prashant Pandey

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