भागवत कथा के शुभारंभ पर निकाली शोभायात्रा
आगर-मालवा (नईदुनिया न्यूज)। मारुति सेवा समिति एवं सर्व समाज आगर के तत्वावधान में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा 23 फरवरी से स्थानीय कमलकुंडी परिसर में शुरू की गई। शुभारंभ दिवस पर पुरानी कृषि उपज मंडी से भागवतजी की शोभायात्रा निकाली गई। इसमें महिलाएं, पुरुष व बच्चे पारंपरिक वेशभूषा में शामिल होकर बैंडबाजे की धुन पर झूम रहे थे। शोभायात्रा कथा स्थल कमलकुंडी पहुंची। यात्रा में देवास शाजापुर संसदीय क्षेत्र के सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी भी शमिल हुए। यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। कथा वाचक पं. विजय महाराज रथ पर सवार थे। कथा के पहले दिन पंडितजी ने भागवत की महत्ता पर प्रकाश डाला। जानकारी आयोजन से जुड़े संजय शर्मा ने देते हुए बताया कि कथा दोपहर 1 से 4 बजे तक होगी।
कृष्ण जन्मोत्सव में झूमे भक्त
बेरछा। ग्राम स्थित प्राचीन गोपाल मंदिर में महिला मंडल द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा वाचक प्रदीप कुमार नागर के मुखारविंद से भागवत कथा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग का वर्णन कर जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर भक्तों में उत्साह व प्रसन्नाता का माहौल देखते ही बन रहा था। बालगोपाल ने जैसे ही कथा स्थल पर प्रवेश किया। मौजूद भक्तों ने पुष्पवर्षा, गुलाल उड़ाकर झूमते हुए स्वागत किया तथा कथा स्थल 'आलकी की पालकी-जय कन्हैया लाल की, नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की' जयकारों से पंडाल गुंजायमान हो गया। कृष्ण-कन्हैया को माखन-मिश्री का भोग लगाया गया। कृष्ण भक्ति में डूबे लोगों ने नाच-गाने के साथ उत्साह से जन्मोत्सव मनाया। आरती के पश्चात महाप्रसादी का वितरण किया गया।
'आपकी आस्था ही खोलेगी प्रगति के द्वार'
सलसलाई। समीप ग्राम तिंगजपुर शासकीय प्राथमिक विद्यालय के पास हो रही भागवत कथा में कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया। कथा के पांचवें दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कृष्ण जन्म का प्रसंग शुरू होते ही पंडाल में मौजूद श्रद्घालु 'नंद घर आनंद भयो...के जयकारों लगाने लगे। वहीं संस्कार स्कूल में चल रही कथा में पं. राधेश्याम तिवारी ने पूतना वध, माखन चोरी, कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया।

पं. तिवारी ने कहा कि जीवन में जब भी भगवत नाम सुनने का अवसर प्राप्त हो, उससे विमुख नहीं होना चाहिए। जब-जब धरती पर अधर्म बढ़ता है, तब-तब परमात्मा अवतार धारण कर धरती पर धर्म की स्थापना करते हैं। भगवान की दृष्टि जिस पर पड़ जाती है उस मनुष्य का जीवन सुधर जाता है। उन्होंने कहा कि जो सत्य कि राह पर चलता है भगवान उसके दुख दूर करते हैं। गोवर्धन के दर्शन से मनुष्य के पाप खत्म हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि ईश्वर को पाना है तो मन में वो भाव और भक्ति होना जरूरी है, जिसे देखकर प्रभु खुद अपने भक्त के दुख दूर करने तुरंत पहुंच जाते हैं। कथा के दौरान कथावाचक का सम्मान कर महाआरती व प्रसादी वितरण किया।
Posted By: Nai Dunia News Network
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