Shivpuri News: शिवपुरी . नईदुनिया प्रतिनिधि। शनिवार को चंबल नदी में चिलावद गांव के जिन श्रृद्धालुओं की डूबने से मौत हो गई थी। उन श्रृद्धालुओं के अंतिम संस्कार में रविवार को क्षेत्र के सांसद और विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को पहुंचना था। माननीयों के लिए पंचायत ने ऐसी संवेदनशीलता दिखाई कि रातों रात गांव के श्मशान घाट की दिशा और दशा ही बदल दी, ताकि उन्हें श्मशान घाट में पहुंचने और वहां अंतिम संस्कार में शामिल होने में किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। जबकि इसके पहले तक ग्रामीण बदहाली के बीच ही अपनों का अंतिम संस्कार करते रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि धार्मिक यात्रा के दौरान हृदय विदारक हादसे में काल के गाल में समाए ग्रामीणों के अंतिम संस्कार में गुना-शिवपुरी सांसद केपी सिंह यादव, विधायक वीरेंद्र रघुवंशी सहित पूर्व विधायक महेंद्र यादव, पूर्व नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह, कैलाश कुशवाह आदि को सहित तमाम लोग शामिल होने चिलावद पहुंचे। इसकी जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को शनिवार देर शाम लग गई थी, इसके बाद रातों रात व्यवस्थाएं बदली गईं। स्थिति सुधारने के लिए वहां ट्रैक्टर चलवा कर शमशान घाट को समतल करवा दिया। श्मशान में फैली गंदगी को हटाने के साथ-साथ वहां उग रही झाड़ियों को हटवाया गया।

डलवा दी गई रातों-रात मुरम

बदहाल श्मशान के रास्ते को अच्छा करने के लिए वहां मुरम डलवाई गई। हालांकि आनन-फानन में की गई व्यवस्थाओं के चलते शमशान की टीनशेड नहीं बदली जा सकी, जो श्मशान घाट की बदहाली को दर्शा रही थी। कुछ ग्रामीणों ने कहा कि यदि यहां नेता नहीं आते तो शायद इस शमशान की सफाई भी नहीं होती। इस संबंध में जब पंचायत सचिव बृजकिशोर वर्मा से बात की गई तो उनका था कि शमशान में झाड़ आदि उग रहे थे उनकी सफाई कराई गई है। टीनशेड को लेकर वह निरूत्तर नजर आए। उन्होने बताया कि शमशान गांव के बाहर है इसलिए टीनशेड़ उड़ गया होगा।

पांच लोगों के मिले शव, तीन का हुआ अंतिम संस्कार

चंबल नदी में डूबे श्रृद्धालुओं में से देवकीनंदन और कल्लो कुशवाह का शव तो घटना के कुछ देर बाद ही शनिवार को मिल गए था। इसके बाद किसी का भी शव शनिवार को नहीं मिला। दोनों के शवों को रविवार की सुबह गांव लाने के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं रविवार की सुबह अलोपा का शव पानी में उतराता हुआ मिल गया, जिसे शाम पांच बजे गांव लाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसी क्रम में रविवार को शाम साढ़े छह बजे रश्मि कुशवाह व रूकमणि कुशवाह का शव भी नदी से मिल गया है। दोनों के शवों को सोमवार को पीएम के बाद शिवपुरी लाया जाएगा। पंचायत सचिव के अनुसार सभी मृतकों को अंतिम संस्कार के लिए पंचायत की तरफ से पांच-पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायत मुहैया कराई गई है।

सबने एक दूसरे को पकड़ लिया इसलिए ज्यादा डूब गए

घटना के प्रत्यक्षदर्शी और श्रृद्धालुओं के जत्थे में शामिल चेंऊ कुशवाह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि सब लोग एक दूसरे का हाथ पकड़ कर आगे बढ़ रहे थे। बकौल चेंऊ इसी घाट से उनके पहले भी एक जत्था उसी जगह से गुजर कर गया था, जहां से वह जा रहे थे। जत्थे में चल रहे किसी व्यक्ति का पैर गहरे में चला गया। इसी के चलते सब पानी में बहने लगे। इसी दौरान जो लोग तैरना नहीं जानते थे उन्होंने एक दूसरे को कस का पकड़ लिया। ऐसे में जो लोग तैरना भी जानते थे वह भी नहीं तैर कर अपनी जान नहीं बचा पाए। वहीं जो लोग पकड़ से छूट गए वह जान बचाने में सफल हो गए। धनीराम कुशवाह ने बताया कि वह तैरना जानता था इसलिए पानी के बहाव में भी खुद को बचाने में सफल रहा। बकौल धनीराम उसने पानी में डूब रहीं दो महिलाओं को गहरे पानी से बाहर निकाल लिया लेकिन वह अन्य किसी को बचाने में सफल नहीं हो पाया।सभी के शव आने के बाद बनेंगे आर्थिक सहायता के प्रकरणइस हादसे में काल के गाल में समाए लोगों के परिवारों को आर्थिक सहायता के लिए पंचायत या प्रशासन स्तर पर क्या किया जा रहा है? इस संबंध में पंचायत सचिव ने बृजकिशोर वर्मा बताया कि देवकीनंदन और कल्लो को तो पेंशन मिल रही थी, उनकी उम्र 65 साल के ऊपर है, ऐसे में आर्थिक सहायता का प्रविधान है ही नहीं। इसके अलावा बच्चों को भी पंचायत की तरफ से आर्थिक सहायता का कोई प्रविधान नहीं है। पंचायत सचिव का कहना है कि जिन लोगों का पंजीयन संबल योजना में होगा उन लोगों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता के लिए केस बनवाएंगे। बृजकिशोर के अनुसार उन्होंने सीईओ से बात की थी, उनका कहना था कि सभी लोगों के शव आने के बाद नियमानुसार आर्थिक सहायता के प्रकरण बनवाकर भेजेंगे।

Posted By: Nai Dunia News Network

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