उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय का चतुर्थ दीक्षा समारोह 24 मई को सुबह 11 बजे विक्रम कीर्ति मंदिर सभागार में होगा। मुख्य अतिथि प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव होंगे। सारस्वत अतिथि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरमैन डा. श्रीनाथ सोमनाथ होंगे। वे दीक्षा भाषण देंगे। समारोह में पंजीयन कराए 165 विद्यार्थी डिग्री, डिप्लोमा पाएंगे। भगवत गीता फाउंडेशन के अध्यक्ष गंगाधर शास्त्री को विश्वविद्यालय की ओर से मानद उपाधि दी जाएगी।

विभिन्न 14 विषयों की परीक्षा में सर्वश्रेष्ठ परिणाम देने वाले 14 विद्यार्थियों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक भेंटकर सम्मानित किया जाएगा। कुलसचिव डा. दिलीप सोनी ने बताया कि गत वर्ष 1397 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए थे। इनमें से स्नातकोत्तर के 88, स्नातक स्तर के 48, डिप्लोमा स्तर के 29 विद्यार्थियों को डिग्री-डिप्लोमा पाएंगे। सौंदर्य सप्तशती का काव्यशास्त्रीय अध्ययन विषय में पीएचडी की छात्रा खुशबू ठाकुर को पीएचडी की उपाधि प्रदान की जाएगी।

ड्रेस कोड छात्रों के लिए सफेद कुर्ता-पायजामा, केसरिया उत्तरीय है। छात्राओं के लिए ड्रेस कोड गुलाबी साड़ी है। दोपहर 1.30 बजे पंडित सूर्यनारायण व्यास संकुल सभागार में डा. श्रीधर सोमवाथ विद्यार्थियों से चर्चा करेंगे। राज्यपाल मंगुभाई पटेल विशेष कारणों से समारोह में नहीं आएंगे।

समारोह से पहले दोगुना किया अनुदान

समारोह से पहले शासन ने विश्वविद्यालय को अकादमिक विकास मद में दिए जाने वाले अनुदान की राशि दो करोड़ 27 लाख रुपये से बढ़ाकर पांच करोड़ रुपये कर दी है। कुलसचिव ने कहा है कि इन रुपयों का उपयोग अकादमिक गुणवत्ता सुधारने के लिए किया जाएगा।

अधोसंरचना विकास के लिए 50 करोड़ की डीपीआर शासन को भेजी

विश्वविद्यालय ने लाइब्रेरी, छात्रावास, कुलपति एवं कुलसचिव के बंगले सहित विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए 50 लाख रुपये की विस्तृत कार्य योजना (डीपीआर) शासन को स्वीकृति के लिए भेजी है। इसके पहले 18 करोड़ रुपये की डीपीआर भेजी गई थीं, जिसे स्वीकृति नहीं दी गई।

यह भी जानिये

- संस्कृत शिक्षा और ज्ञान का अभिवर्धन करने के लिए साल-2008 में महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय की स्थापना उज्जैन में की गई थी।

- विश्वविद्यालय का पहला दीक्षा समारोह 2 दिसंबर 2019 में हुआ था, जिसमें पीएचडी किए 6 शोधार्थियों सहित 434 विद्यार्थियों ने उपाधि प्राप्त की थी। दूसरा दीक्षा समारोह 31 दिसंबर 2020 को हुआ था, जिसमें 125 विद्यार्थियों को उपाधि प्राप्त की थी। तीसरा दीक्षा समारोह 25 मार्च 2022 को हुआ था, जिसमें पीएचडी किए नौ विद्यार्थियों सहित कुल 120 विद्यार्थियों ने उपाधि प्राप्त की थी।

- विश्वविद्यालय का कार्यक्षेत्र संपूर्ण मध्यप्रदेश है। विश्वविद्यालय से 21 महाविद्यालयों का संबंध है, जिसमें 9 शासकीय महाविद्यालय और 12 अशासकीय महाविद्यालय शामिल हैं। समारोह में सभी महाविद्यालयों से छात्र-छात्राएं आकर उपाधि प्राप्त करेंगे।

Posted By: Prashant Pandey

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