Magh Purnima 2023: माघ मास की पूर्णिमा रविवार को रवि पुष्य नक्षत्र के सर्वार्थसिद्धि और आयुष्मान योग में मनाई जाएगी। मोक्षदायिनी शिप्रा में सुबह पर्व स्नान होगा। दिन में शुभ मुहूर्त में शहर में अनेक स्थानों पर होली का डांडा रोपा जाएगा। माघी पूर्णिमा पर संत रविदासजी का जन्मोत्सव भी मनाया जाएगा। रविदास समाज द्वारा चल समारोह निकाला जाएगा। विभिन्न धार्मिक आयोजन भी होंगे।
माघी पूर्णिमा 2023 पर शुभ योग
ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला ने बताया पंचांग की गणना के अनुसार रविवार को पुष्य नक्षत्र एवं आयुष्मान योग तथा कर्क राशि के चंद्रमा के साक्षी में माघी पूर्णिमा आ रही है। यह पूर्णिमा विशेष इसलिए है क्योंकि इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी है और आयुष्मान योग भी। धर्मशास्त्र मान्यता के अनुसार देखें तो जो लोग माघ माह में स्नान की परंपरा को पूर्ण नहीं कर पाए हो वे इस दिन तीर्थ पर स्नान करके अन्न, वस्त्र दान और पितरों का तर्पण तथा गो ग्रास सहित अन्य धार्मिक क्रियाएं संपादित कर सकते हैं। जिससे माघ मास का पूर्ण फल प्राप्त होगा।
शास्त्रीय मान्यता के आधार पर देखें तो जो धर्मालु या श्रद्धालु इस दिन धार्मिक क्रिया संपादित करते हैं। उन्हें माघ मास का पूर्ण फल प्राप्त होता है। रवि पुष्य सर्वार्थसिद्धि और आयुष्मान योग तीनों योगों की साक्षी विशेष ज्योतिष शास्त्र में योगों का बड़ा महत्व है। यदि सर्वार्थ सिद्धि जैसा योग बनता हो तो है सभी कार्य में सिद्धि प्रदान करने वाला होता है।
वहीं रवि पुष्य भी सर्वार्थ सिद्धि योग की श्रेणी में आता है। रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र का होना वैसे भी अनुकूल बताया गया है। इस दौरान कोई भी धार्मिक कार्य, नए कामों की शुरुआत, संपत्ति की खरीदी, किसी विशेष मांगलिक कार्य की योजना लाभान्वित करती है। आयुष्मान योग में विशेष अनुष्ठान का आरंभ आयु की वृद्धि कराने वाला माना गया है। इस दौरान इस योग की उपस्थिति का लाभ लिया जा सकता है।
डांडा रोपिणी पूर्णिमा की भी मान्यता
शास्त्रीय अभिमत के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर होली का डांडा रोपने की परंपरा है। कहीं कहीं यह डांडा के रूप में माना जाता और कहीं-कहीं होली का गड्ढा खोदा जाता है। मालवा की लोक परंपरा में डांडा गाड़ना और गड्ढा खोदना दोनो की परंपरा है।
Posted By: Nai Dunia News Network