Mahakal Savari : उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में सोमवार को श्रावण मास की आखिरी सवारी निकाली गई।
भगवान महाकाल चांदी की पालकी में मनमहेश और हाथी पर चंद्रमौलेश्वर रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकले। शाम चार बजे शाही ठाठबाट के साथ अवंतिकानाथ का नगर भ्रमण शुरू हुआ।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए भगवान की सवारी नए छोटे मार्ग से निकाली गई । अब इसके बाद 10 अगस्त को भादौ मास की पहली तथा 17 अगस्त को श्रावण-भादौ मास की शाही सवारी निकाली जाएगी।
भगवान महाकाल चांदी की पालकी में मनमहेश और हाथी पर चंद्रमौलेश्वर रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकले। महाकाल मंदिर से शुरू होकर सवारी बड़ा गणेश मंदिर के समाने से हरसिद्धि चौराहा, सिद्धाश्रम के सामने से मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंची।
यहां महाकाल पेढ़ी पर पुजारियों ने शिप्रा जल से भगवान का अभिषेक-पूजन किया। इसके बाद सवारी हरसिद्धि की पाल के रास्ते शक्तिपीठ हरसिद्धि मंदिर के सामने से होते हुए शाम करीब छह बजे पुनः महाकाल मंदिर पहुंची।
Posted By: Hemant Kumar Upadhyay
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे