उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। प्रदेश सरकार ने होमगार्ड के जवानों को दो माह के लिए कॉल ऑफ यानी ड्यूटी मुक्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके तहत एक दिसंबर से उज्जैन के 580 जवानों में से 35 जवानों को रोटेशन के तहत ड्यूटी मुक्त किया गया है। इनमें 28 जवान सिंहस्थ में लगे थे। वहीं 7 जवान पुराने हैं। होमगार्ड के जवान कलेक्टोरेट, थाने, मंदिर, महाकाल मंदिर की सवारी की व्यवस्थाएं भी संभालते हैं।
होमगार्ड के कमांडेंट संतोष जाट ने बताया कि सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में पदस्थ होमगार्ड के करीब 14 हजार जवानों को दो माह के लिए रोटेशन के तहत कॉल ऑफ यानी ड्यूटी मुक्त करने के आदेश जारी किए हैं। इस दौरान जवानों को वेतन भी नहीं दिया जाएगा। इससे जवानों पर आर्थिक संकट आ गया है। उज्जैन में पदस्थ 580 जवानों में से एक दिसबंर से दो माह के लिए 35 जवानों को कॉल ऑफ दिया जा रहा है। इसके बाद एक फरवरी से 50 जवानों को ड्यटी मुक्त किया जाएगा।
थाने से लेकर नदी के घाटों तक ड्यूटी
होमगार्ड के जवानों को कलेक्टोरेट, थाने, अधिकारियों के बंगले, मंदिर, महाकाल सवारी, शिप्रा नदी के तट पर रामघाट, त्रिवेणी व मंगलनाथ व सिद्घवट घाट पर ड्यूटी लगाई जाती है। उज्जैन में फिलहाल 80 पद खाली पड़े हुए हैं। ऐसे में जवानों को रोटेशन पर ड्यूटी मुक्त करने से कामों में खासी परेशानी आएगी।
कोरोना में भी किया काम
जवान कोरोना संक्रमण काल में पुलिस व प्रशासन के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। कई जवानों ने लॉकडाउन के दौरान लगातार कंटेनमेंट क्षेत्रों में लंबी ड्यूटी की है।
Posted By: Nai Dunia News Network
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे