उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कृषि उपज मंडी में कलेक्टर आशीष सिंह का निरीक्षण रहवासी क्षेत्र नहीं होने के बावजूद सीवरेज लाइन को लेकर टाटा ने पूरे मंडी प्रांगण को खोद डाला। जिसमें पाइप बिछाने के बाद मिट्टी का ही भराव कर ऊपर से सीमेंट की लीपापोती कर दी। जो चंद दिनों में ही उखड़ने लगी है। रबी का सीजन शुरू होने वाला है, ऐसे में मरम्मत के अभाव में व्यापारियों, किसानों व वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
बीते एक साल से मंडी प्रांगण में टाटा की स्मार्ट सिटी के नाम पर की जा रही खोदाई से व्यापारी, किसान, हम्माल व परिवहन वाले परेशान हैं। टाटा ने करीब 3 किलोमीटर के क्षेत्र में खुदाई कर रखी है, जिसमें से 50 फीसद क्षेत्र में पाइप बिछाकर भराव कर सीमेंट कांक्रीट किया गया। भारी वाहन के परिवहन के मान से काम नहीं होने से कांक्रीट धंसने लगा है। उपयंत्री गजेंद्र मेहता ने बताया कि टाटा ने मुख्य सड़कों से लेकर नीलामी स्थल तक खोदाई कर दी है। पाइप बिछाने के बाद मिट्टी का ही भराव कर मरम्मत की जा रही है, जो काफी कमजोर है। मंडी के सिविल कार्य के अनुरूप कार्य नहीं हो रहा है। मामले में टाटा के अधिकारियों का कहना है कि पूरे शहर में जिस पैमाने पर हो रहा है, वही मंडी में किया जा रहा है। मंडी प्रांगण के वर्तमान हालात देखने से लगता है कि रबी के सीजन में काफी परेशानी आएगी। बता दें मंडी में नए गेहूं की आवक शुरू हो गई है। माह फरवरी के अंतिम सप्ताह से आवक तेज हो जाएगी। मार्च में तो हजारों क्विंटल गेहूं आने लगेगा। ऐसे में ऊबड़-खाबड़ प्रांगण में नीलामी व परिवहन में समस्या आएगी।
कारोबारी नाराज
इधर मंडी की अव्यवस्था से व्यापारियों में नाराजगी है। प्रांगण में यातायात अव्यवस्था के साथ ही बिजली, पानी सफाई व्यवस्था से भी संतुष्ट नहीं है। व्यापारी संघ अध्यक्ष गोविंद खंडेलवाल ने समिति से मांग की है कि रबी के सीजन के पहले सभी व्यवस्था माकूल की जाए।
Posted By: Nai Dunia News Network