Ujjain News : उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के 100 कर्मचारियों के भविष्य निधि खातों से 13 करोड़ रुपये की राशि का गबन के मामले को लेकर शुक्रवार को जेल अधीक्षक उषा राज पर गाज गिरी है। उन्हें हटाकर भोपाल मुख्यालय अटैच कर दिया है। वहीं देवास जेल अधीक्षक हिमानी को केंद्रीय जेल भैरवगढ़ का प्रभार सौंपा हैं। डीआइजी मंशाराम पटेल की जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है।
बता दें कि केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के 100 कर्मचारियों के भविष्य निधि खातों से जेल के सहायक लेखा अधिकारी रिपुदमनसिंह व शैलेंद्रसिंह सिकरवार ने 13 करोड़ रुपये से अधिक की राशि निकाल ली।
आरोपितों ने जेल के लैंडलाइन नंबर खातों में जोड़ दिए थे। इससे गड़बड़ी का पता नहीं चले। करीब तीन साल से गबन किया जा रहा था। मामला सामने आने के बाद कोषालय के अधिकारियों ने रिपुदमनसिंह के खिलाफ केस दर्ज करवाया था। जांच के बाद पुलिस ने शैलेंद्रसिंह सिकरवार को भी आरोपित बनाया है।
जांच रिपोर्ट पर हुई कार्रवाई
भोपाल से आए जेल डीआइजी मंशाराम पटेल व अन्य सदस्यों ने जांच पूरी कर शुक्रवार को जेल डीजी अरविंद कुमार को सौंप दी थी। रिपोर्ट के आधार पर जेल अधीक्षक उषा राज को उज्जैन से हटाकर भोपाल मुख्यालय अटैच कर दिया गया है। वहीं देवास जेल अधीक्षक हिमानी को उज्जैन जेल का प्रभार सौंपा गया है।
गुरुवार को उज्जैन आए ग्रह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की बात कही थी। वहीं जेल कर्मचारियों ने जेल अधीक्षक उषा राज के निलंबन की मांग को लेकर बुधवार को आमरण अनशन भी कर दिया था। बताया जा रहा है कि यह प्रारंभिक कार्रवाई है मामले में दोषी अन्य लोगों पर जल्द ही और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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