उमरिया (नईदुनिया प्रतिनिधि)। प्रेम में फंसकर नाबालिग लड़कियों के घर छोड़ने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। इस सप्ताह के पिछले तीन दिनों में इसी तरह के तीन मामले थाने में दर्ज किए गए हैं। नाबालिग लड़कियों के घर छोड़ने के मामले में पुलिस को अपहरण का अपराध दर्ज करना पड़ता है जिससे पुलिस रिकार्ड में अपहरण की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं। पुलिस का मानना है कि अभिभावकों का बच्चों पर पूरा ध्यान न होने और उन्हें कम उम्र में ही मोबाइल दिला देने के कारण ऐसे मामले ज्यादा बढ़े हैं। जितनी भी नाबालिग लड़कियां कम उम्र में अपने प्रेमी के साथ घर छोड़ने के बाद मिली हैं उन्होंने यही बताया किउनका सम्पर्क मोबाइल पर ही ज्यादा होता था।
दोनों लड़कियां हुई लापता
पिछले तीन दिनों में पाली के मालाचुआ, बरबसपुर और नौरोजाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम विंध्या से तीन लड़कियां लापता हो चुकी हैं। पुलिस की माने तो ये मामले एक दिन के अंतराल में हुए हैं। परिजनों ने इस मामले की शिकायत सम्बन्धित थाने में की है। पुलिस ने इन दोनों मामलो में प्रकरण पंजीबद्घ किया है एवम लापता नाबालिक बेटियो के पतासाजी के प्रयास में जुट गई है। बुधवार की रात 8 बजे तक लापता नाबालिक घर पर ही थी। इसी बीच घर से बिना बताए संदिग्ध अवस्था मे वह लापता हुई है। वहीं दूसरे मामले में बीते गुरूवार को रात 7 से 8 के बीच नाबालिक युवती लापता हुई है। परिवार को बिना जानकारी के संदिग्ध अवस्था मे गायब युवती को लेकर परिजन खासा परेशान है। पुलिस इस मामले में दोनों युवती की तलाश में जुटी है।
लवर प्वाइंट पर पुलिस की होगी नजर
नाबालिग लड़कियों को प्रलोभन देकर बहकाने वाले मजनुओं की अब खैर नहीं। पुलिस उन सभी स्थानों पर नजर रखेगी जिन स्थानों का उपयोग सड़क छाप मजनू लवर प्वाइंट के रूप में करते हैं। जिले में नाबालिग लड़कियों को भगाने और उनसे संबंध बनाने के अभी तक कई मामले सामने आ चुके हैं और इन मामलों को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक ने पुलिस को लवर प्वाइंट्स की सूची बनाने के निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं इन प्वाइंटस पर लगातार नजर रखने के लिए भी कहा है।
बहका कर भगाने के मामले
नाबालिग लड़कियों को बहका कहर भगाने के कई मामले अब तक जिले के थानों में दर्ज हो चुके हैं। सिर्फ छह महीनों में दो दर्जन से ज्यादा मामले थानों तक पहुंच चुके हैं। ऐसे कई मामले और हैं जो थाने तक नहीं पहुंचे और लोक लज्जा के भय से माता पिता चुप हो गए। दरअसल इस तरह के मामले लड़के लड़कियों के अकेले मिलने के बाद ही बनते हैं। लड़के नाबालिग लड़कियों की कम समझ का फायदा उठाकर उन्हें बहका कर भगा ले जाते है।
इन स्थानों पर रखनी होगी नजर
1- शहर से करीब छह किमी दूर जंगल के बीच स्थित मढ़ीवाह के मंदिर के आसपास जोड़े दिखाई पड़ते हैं।
2- हवाई पट्टी के इर्द गिर्द भी कॉलेज के लड़के लड़कियां आपत्तिजनक स्थिति में देखे जा सकते हैं।
3-पीली कोठी के आसपास और सगरा मंदिर के पीछे तालाब के किनारे भी लड़के लड़की दिखते हैं।
4- शहर के अमर शहीद स्टेडियम के पीछे रात को अंधेरेपन का फायदा उठाकर भी कुछ मजनू मिलते हैं।
5-शहर के धवड़ा कॉलोनी होते हुए आरसी स्कूल पहुंच मार्ग के जंगल भी लवर प्वाइंट से कम नहीं है। यहां वयस्क जोड़ा एक्टिव रहता है।
पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा इस मामले में काफी संवेदनशील हैं और वे चाहते हैं कि अपराध होने से पहले ही उस पर रोक लग जाए। उन्होंने इस संबंध में सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दे दिया है। नईदुनिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वे लवर प्वाइंट्स की सूची बनवाकर उसकी निगरानी करवाएंगे। ऐसे स्थानों पर महिला पुलिस अधिकारियों को भी भेजा जाएगा ताकिवे मासूम बच्चियों को उनका भला-बूरा समझा सकें।
मां-बाप आएंगे थाने
लवर प्वाइंट्स पर जो जोड़ा पकड़ा जाएगा उनके माता पिता को थाने बुलाकर उन्हें सौंप दिया जाएगा और इस तरह सड़क छाप मजनुओं के नाबालिग लड़कियों के बहकाने पर रोक लगाने की कोशिश की जाएगी। मां बाप अपने बच्चो को सजा देंगे।
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