विदिशा (नवदुनिया प्रतिनिधि)। सनातन श्री हिन्दू उत्सव समिति के प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव में शैलेन्द्रसिंह राजपूत ने अपने प्रतिद्वन्दी विजय दीक्षित को 174 वोटों से चुनाव हराकर समिति अध्यक्ष का ताज अपने नाम कर लिया है। शैलेंद्रसिंह को 978 और विजय दीक्षित को 804 वोट मिले। जबकि तीसरे प्रत्याशी सुनील त्रिवेदी को मात्र 13 ही वोट मिल सके। मतदान स्थल पर सुबह से ही बड़ी संख्या में शहर के लोगों का पहुंचना शुरू हो गया है। 2166 मतदाताओं के लिए अलग-अलग चार मतदान केंद्र बनाए गए थे, जहां 1804 मतदाताओं ने मतदान किया।

सनातन श्री हिन्दू उत्सव समिति के चुनाव को लेकर मतदाताओं के अलावा शहर के बुद्विजीवी वर्ग और राजनेताओं में इतनी अधिक उत्सुकता थी, कि तारादेवी अग्रवाल धर्मशाला में सुबह 8 बजे से मतदान शुरू होना था, लेकिन इससे पहले ही 100 से अधिक मतदाता मतदान केंद्र पर पहुंच चुके थे। अधिक संख्या में लोगों के पहुंचने के कारण मतदान स्थल पर पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। जैसे-जैसे मतदान करने का समय कम होता जा रहा था वैसे-वैसे परिसर में मतदाताओं की भीड़ जमा होती जा रही थी। शहर के तमाम धार्मिक, सामाजिक, और राजनैतिक दलों के प्रमुख वहां मौजूद रहे। विधायक शशांक भार्गव, भाजपा नेता मुकेश टंडन, मनोज कटारे, नव निर्वाचित नपाध्यक्ष प्रतिनिधि राकेश शर्मा, तोरणसिंह दांगी, श्याम सुंदर शर्मा आदि प्रमुख नेता अपने अपने समर्थकों के साथ मतदान करने पहुंचे। बता दें कि पिछले एक सप्ताह से चुनाव को लेकर दोनों ही प्रत्याशियों के बीच घमासान मचा हुआ था और राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि पर्दे के पीछे से अपने-अपने प्रत्याशी को जिताने एड़ी से चोटी तक की ताकत लगा रहे थे।

2003 में समिति का हुआ था बीजारोपण

शहर में साल 2014 के पहले सनातनी त्योहारों पर अलग-अलग गुटों का कब्जा था। सार्वजनिक श्री दुर्गा उत्सव संचालन समिति, गणेश उत्सव संचालन समिति सहित अन्य त्योहार अलग-अलग बैनरों के तले मनाए जाते थे। सभी त्योहारों को एक बैनर के नीचे संचालित करने के लिए साल 2003 से एक गुट सक्रिय हो गया था। यहीं से सनातन श्री हिन्दू उत्सव समिति का बीजारोपण हुआ। धीरे-धीरे इस अघोषित संगठन से सामाजिक, धार्मिक और राजनैतिक लोग जुड़ते गए। सक्रियता बढ़ने के बाद साल 2014 में सनातन श्री हिन्दू उत्सव समिति का गठन कर रजिस्ट्रेशन कराया गया। उस समय नारायणसिंह कुशवाह संस्थापक अध्यक्ष रहे। इसके बाद साल 2014 में ही समिति के चुनाव कराए गए जिसमें बल्लू महाराज उर्फ चंद्रकुमार शर्मा पहले निर्वाचित अध्यक्ष बने। इसके बाद साल 2016 में संजीव शर्मा अध्यक्ष चुने गए। साल 2019 में अतुल तिवारी को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया और कोरोना काल के समय उनका एक साल का कार्यकाल बढ़ाया गया था। जिसके चलते समिति का यह चौथा चुनाव था जिसमें शैलेंद्रसिंह राजपूत चौथे अध्यक्ष चुने गए हैं। निर्वाचन अधिकारी एडवोकेट संतोष शर्मा और प्रवीण वसिया ने उन्हें जीत का प्रमाण पत्र प्रदान किया।

अलग-अलग बनाए थे चार मतदान केंद्र

तारादेवी अग्रवाल धर्मशाला के बाहर प्रत्याशियों ने अपने स्टाल लगाए थे जहां पर मतदाता अपनी पर्ची से संबंधित जानकारी लेकर मतदान करने पहुंचते रहे। इधर धर्मशाला में अलग-अलग चार मतदान केंद्र बनाए गए थे। जिससे मतदाताओं की लंबी-लंबी लाइनों में लगने से बचाया जा सके। इसके बाद भी दोपहर में कुछ मतदाताओं को लाइन में लगकर मतदान करना पड़ा। पहले मतदान केंद्र पर 624, दूसरे में 400, तीसरे में 533 और चौथे केंद्र में 605 मतदाताओं को वोट डालना थे। अंतिम समय तक 1804 मतदाताओं ने वोट डाले।

समिति के घोषित उम्मीदवार थे शैलेंद्र

सनातन श्री हिन्दू उत्सव समिति ने शैलेंद्रसिंह राजपूत को अपना उम्मीदवार घोषित किया था। उनका प्रयास था कि अध्यक्ष का निर्वाचन निर्विरोध हो जाए, लेकिन पूर्व अध्यक्ष संजीव शर्मा ने इसे समिति के नियमों के विरूद्व बताते हुए विजय दीक्षित को मैदान में उतार दिया था। चुनाव होने के बाद अब उनका कहना है कि वह समिति के साथ थे और साथ रहेंगे। यह उनका सैद्वांतिक विरोध था। इधर नव निर्वाचित अध्यक्ष शैलेंद्रसिंह का कहना है कि हमारे बीच किसी तहर के मतभेद नहीं है। हम सभी समाज और वर्ग को साथ लेकर समिति को आगे बढ़ाएंगे। जीत के बाद शाम के वक्त शैलेंद्र सिंह के साथ समिति ने जुलूस निकाला जहां लोगों ने उन्हें मालाएं पहनाकर स्वागत किया।

21 सदस्यीय बनेगी समिति

सनातन श्री हिन्दू उत्सव समिति में जहां अध्यक्ष का चुनाव होता है, वहीं अन्य 20 पदाधिकारियों का अध्यक्ष अपने वरिष्ठ सहयोगियों के साथ मिलकर मनोनयन करते हैं। नियमानुसार समिति का दो वर्ष का कार्यकाल होता है। जिनमें सार्वजनिक दुर्गा उत्सव संचालन, श्री गणेश उत्सव संचालन सहित अन्य सनातनी त्योहारों को समिति अपने बैनर के नीचे प्रमुखता से कराती है।

Posted By: Nai Dunia News Network

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