विदिशा( नवदुनिया प्रतिनिधि)। सिरोंज तहसील के ग्राम दीपनाखेड़ा क्षेत्र में ओलावृष्टि से बर्बाद खेतों का जायजा लेने के लिए सर्वे दल बुधवार को खेतों में पहुंचे। सर्वे दल ने बर्बाद फसलों की फोटो खींचकर सारा एप पर अपलोड किए। फसलों के सर्वें के बाद प्रभावित किसानों के नाम ग्राम पंचायतों में नोटिस बोर्ड पर चस्पा किए जाएंगे। इसके दस दिनों के भीतर पीड़ित किसानों के बैंक खातों में मुआवजा राशि जमा कराई जाएगी। जिले में पांच दिन पहले सिरोंज और लटेरी क्षेत्र में ओलावृष्टि से 64 गांव प्रभावित हुए है। एक दिन पहले मंगलवार को नवदुनिया ने सिरोंज तहसील के ओला प्रभावित गांवों में सर्वे दल नही पहुंचने की खबर प्रकाशित की थी। जिसके बाद बुधवार को सर्वे दल ग्राम डेंगरा, जगथर, धामखेड़ा सहित अन्य गांवों में पहुंचे। डेंगरा के किसान रवि शर्मा ने बताया कि उन्होंने चने की फसल बोई थी जो ओलावृष्टि के कारण बर्बाद हो गई। उन्होंने बताया कि बुधवार को सर्वे दल खेत पर पहुंचा था। दल ने बर्बाद फसल का निरीक्षण कर फोटो सारा एप पर अपलोड किया है। सर्वे दल ने उचित मुआवजा मिलने का भरोसा दिलाया है। सिरोंज एसडीएम प्रवीण प्रजापति ने बताया की तहसील के 39 गांव ओलावृष्टि से प्रभावित हुए है। सभी गांवो में सर्वे दल पहुंच गए है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार तक तहसील की पूरी रिपोर्ट प्राप्त हो जाएगी। वही, लटेरी एसडीएम तन्मय वर्मा ने बताया कि उनकी तहसील में 25 गांव ओलावृष्टि से प्रभावित हुए है। इन गांवों में सर्वे अंतिम दौर में है।

ग्राम पंचायतों में चस्पा होगी किसानों की सूची

राजस्व विभाग के सचिव ने पत्र जारी कर आगामी 17 जनवरी तक बर्बाद फसलों का सर्वे कर नुकसान की रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजने के निर्देश दिए है। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि सर्वे के बाद प्रभावित किसानों की सूची ग्राम पंचायतों के सूचना बोर्ड पर चस्पा की जाएगी। यदि किसानों को कोई आपत्ति हो तो वह भी दर्ज की जाएगी।सर्वे के बाद किसानों के बैंक खातों में मुआवजे की राशि जमा कराई जाएगी।

Posted By: Nai Dunia News Network

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