विदिशा (नवदुनिया प्रतिनिधि)। जिले में पंचायत चुनाव के दूसरे चरण का मतदान भी शुक्रवार को शांतिपूर्ण संपन्ना हुआ, लेकिन मतगणना के समय शाम को कुछ केंद्रों पर तनाव फैला रहा। नटेरन के रजोदा गांव में दो पक्षों के बीच विवाद के चलते मतगणना नहीं हो पाई।इधर, सिरोंज जनपद क्षेत्र के गांव सरेखों और आमखेड़ा में मतगणना को लेकर हंगामा हुआ। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव और एसपी मोनिका शुक्ला ने यहां पहुंचकर भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मतगणना शुरू कराई। यह गांव भोपाल के हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा का गृह ग्राम हैं। दोनों जनपद क्षेत्रों में मतगणना के बाद आगे रहने वाले सरपंच प्रत्याशियों ने जीत का जश्न मनाया। इस चुनाव का अधिकृत परिणाम 14 जुलाई को घोषित किया जाएंगा। सिरोंज और नटेरन जनपद क्षेत्र के गांवों में सुबह से ही लोगों में मतदान को लेकर काफी उत्साह देखा गया। शुरुआती दो घंटों में मतदान केंद्रों पर पुरुषों की संख्या अधिक रही। इसके बाद 11 बजे से दोपहर एक बजे तक महिलाएं बड़ी संख्या में मतदान करने पहुंची। इस अवधि में अधिकांश केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतार देखी गई। दोपहर में करीब एक घंटा मतदान की रफ्तार कम रही। मतदान के अंतिम घंटे में दोपहर दो बजे से तीन बजे तक मतदान केंद्रों पर भीड़ लगी रही। जिन केंद्रों पर निर्धारित तीन बजे तक मतदान पूर्ण नहीं हुआ, उन केंद्रों पर मतदाताओं को परिसर के भीतर ले लिया था। इन केंद्रों पर शाम तक मतदान चलता रहा।

मतदान में अव्वल रहा नटेरन, सिरोंज पिछड़ा

पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के मतदान में नटेरन अव्वल रहा। यहां 86.11 फीसद मतदान हुआ। क्षेत्र के 237 मतदान केंद्रों पर 88.23 फीसद पुरुषों ने और 83.80 फीसद महिलाओं ने वोट डाले। इस जनपद क्षेत्र में कुछ केंद्रों पर शाम को छह बजे तक मतदान होता रहा। इधर, सिरोंज जनपद क्षेत्र में 80.66 फीसद लोगों ने मतदान किया। इनमें 82.30 फीसद पुरुष और 78.76 फीसद महिलाएं शामिल हैं। इसमें चार केंद्रों का मत प्रतिशत शामिल नहीं है, इसलिए देर रात तक कुल मतदान के प्रतिशत में थोड़ा अंतर आएगा।

नटेरन में होगी पांच केंद्रों की मतगणना

नटेरन में दो ग्राम पंचायतों के अंतर्गत आने वाले पांच मतदान केंद्रों की मतगणना विकासखंड मुख्यालय पर कराई जाएंगी। एसडीएम विजय राय ने बताया कि ग्राम रजोदा में बंजारा और स्थानीय लोगों के बीच विवाद की स्थिति बन गई थी।इस वजह से कुछ देर मतदान भी रुका रहा। गांव में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए दो मतदान केंद्रों की मतगणना गांव में नहीं की गई। कोलुआ पंचायत के तीन मतदान केंद्रों की मतगणना कलेक्टर के आदेश पर नहीं कराई गई। यहां विवाद की आशंका को देखते हुए कलेक्टर ने एक दिन पहले ही आदेश जारी कर मतगणना नटेरन में कराने को कहा था।

कलेक्टर - एसपी ने 200 केंद्रों का किया भ्रमण

कलेक्टर उमाशंकर भार्गव और एसपी मोनिका शुक्ला मतदान के दौरान कानून व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखने सुबह से ही मतदान केंद्रों के निरीक्षण के लिए भ्रमण करते रहे। दोनों अधिकारियों ने दिन भर में करीब 200 मतदान केंद्रों का जायजा लिया। सिरोंज क्षेत्र में भ्रमण के दौरान ग्राम बमोरी शाला में मतदाताओं की भीड़ उमड़ने पर वे हाथ में माइक लेकर व्यवस्था बनाते नजर आए।

जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में विधायक की बेटी पीछे

(यशोधरा का फोटो नाम से )

जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 10 से इस बार शमशाबाद विधायक राजश्री सिंह की बेटी यशोधरा सिंह भी चुनाव मैदान में थी। मतगणना के बाद प्राप्त रुझानों में यशोधरा को पीछे बताया जा रहा हैं। इस वार्ड में कुल पांच प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं।मतगणना के बाद पूर्व मंडी अध्यक्ष सिंधु विक्रम सिंह के भाई चैतन्य विक्रम सिंह आगे बताए जा रहे हैं।

150 केंद्रों पर तीन बजे के बाद तक हुआ मतदान

सिरोंज के रिटर्निग अधिकारी हर्ष विक्रम सिंह ने बताया कि शुक्रवार को उनके क्षेत्र में 237 केंद्रों पर मतदान हुआ। दोपहर तीन बजे तक 157 केंद्रों पर मतदान समाप्त हो गया था। 80 केंद्रों पर मतदाता शेष होने के कारण प्रक्रिया चलती रही। इधर, नटेरन के रिटर्निग अधिकारी सत्यनारायण सोनी ने बताया कि उनके क्षेत्र में भी 237 केंद्रों पर मतदान हुआ। दोपहर तीन बजे तक 167 केंद्रों पर मतदान पूर्ण हो चुका था। 70 केंद्रों पर मतदान तीन बजे के बाद भी चलता रहा।

मतदान में देरी ने मतदाताओं को थकाया

पंचायत चुनाव में पंच, सरपंच, जनपद सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के लिए मतदान होना था। इसके लिए चार मतपत्र पर वोट डालना था। केंद्रों पर पहले पंच और सरपंच के मतपत्र देकर मतदान कराया गया, फिर जनपद सदस्य और जिला पंचायत सदस्य पद के लिए वोट डाले गए। इस प्रक्रिया के चलते सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को मतदान के लिए एक से डेढ़ घंटे तक इंतजार करना पड़ा। दीपनाखेड़ा, पथरिया सहित कई केंद्रों पर कतार में खड़े मतदाता थक कर बैठ गए। इस देरी के कारण ही कई मतदान केंद्रों पर समय पर मतदान नहीं हो पाया।

कपड़े के टेंट लगाए, वर्षा में गीले हुए मतदाता

मौसम के पूर्वानुमान के आधार पर प्रशासन मतदान केंद्रों के बाहर वाटर प्रूफ टेंट लगवाने के दावे कर रहा था लेकिन नटेरन क्षेत्र के केंद्रों पर कपड़े के टेंट लगाए गए थे।शुक्रवार को सुबह जब मतदाता मतदान के लिए कतार में खड़े थे।इसी दौरान अचानक वर्षा होने लगी।वर्षा से बचने के लिए मतदाता इधर - उधर गीले होने से बचने के लिए छिपते नजर आए। ग्राम सेऊ, पमरिया सहित अन्य गांवों में गीले होने के बावजूद मतदाताओं ने मतदान किया।

Posted By: Nai Dunia News Network

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