Chaitra Navratri 2023: 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि शुरु होनेवाली है। नवरात्रि के 9 दिनों में देवी मां की पूजा-अर्चना की जाती है और पूरे नौ दिन व्रत रखा जाता है। व्रत रखने से भक्ति भाव पर तो असर पड़ता ही है, शरीर और सेहत पर भी इसका बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है। दरअसल, व्रत के दौरान लाइफस्टाइल और खानपान में काफी बदलाव आते हैं, जिससे सेहत को कई तरह के फायदे होते हैं।
फलाहार के फायदे
माता दुर्गा के भक्त नवरात्रि में 9 दिनों तक फलाहार व्रत रखते हैं। इस तरह सात्विक आहार ग्रहण करने से मन से साथ-साथ तन की भी शुद्धि हो जाती है। फलाहार और लिक्विड डायट से बॉडी अच्छी तरह डिटॉक्स होती है और चेहरा खिल उठता है। आईये जानते हैं व्रत-फलाहार से शरीर को क्या फायदे हो सकते हैं -
गठिया -अस्थमा में राहत
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, अगर कोई 9 दिनों तक व्रत रहता है तो शरीर में सूजन की समस्या कम होती है। सादे भोजन की वजह से यूरिक एसिड कम बनता है और गठिया, अस्थमा और एलर्जी जैसी समस्याओं में आराम मिलता है।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल
नवरात्रि में फास्टिंग के दौरान ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है। खास तौर पर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान लोगों को काफी राहत मिलती है। इस दौरान कार्बोहाइड्रेट के कम सेवन से शरीर का शुगर लेवल कम होता है और शरीर हल्का महसूस होता है।
हार्ट डिजीज से आराम
नवरात्रि में व्रत रहने से हार्ट की सेहत भी दुरुस्त होती है। उपवास के दौरान ब्लड लिपिड प्रोफाइल में सुधार होता है। साथ ही इससे ऑक्सीडेटिव तनाव घटता है, और हार्ट डिजीज का खतरा कम हो जाता है। इस दौरान वजन में भी कमी होती है।
अच्छी नींद
व्रत रखने से सर्केडियन रिदम रेगुलेट होता है और मेलाटोनिन प्रोडक्शन में सुधार करता है। इससे नींद अच्छी आती है और सेहत बेहतर बनती है। इससे अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसी बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है।
पेट की सेहत
नवरात्रि में व्रत रहने से पेट की सेहत को काफी फायदा होता है। उपवास में सही डाइट की वजह से पाचन क्रिया अच्छी होती है। साथ ही आंत में सूजन जैसी समस्याएं कम हो जाती हैं।
डिसक्लेमर
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