Health Tips: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। इन दिनों सर्दी के तेवर तीखे हो रहे हैं। सर्दी का मौसम वैसे तो स्वास्थ्य वर्धक होता है लेकिन जिनकी तासीर शीतल हो या यूं कहें कि सर्दी से जिनके शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता हो वे इस मौसम में अपना बहुत ध्यान रखें। 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे और 60 वर्ष अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है क्योंकि अत्याधिक सर्द मौसम होने पर इनके शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है वे भी इस मौसम में अपना ध्यान रखें।
श्वसनतंत्र विशेषज्ञ डा. संजय लोंढ़े बताते हैं कि सर्दी का मौसम संक्रमण पनपने के लिए बहुत अनुकूल मौसम है। इस मौसम में कई तरह के संक्रमण पनपते हैं। अच्छा बात यह है कि इस मौसम में अभी कोई गंभीर संक्रमण नहीं पनप रहा लेकिन छोटे-छोटे संक्रमण से बचाव तो आवश्यक है ही। सर्दी में वायरस पनपने और फैलने की आशंका प्रबल हो जाती है। जिन्हें सर्दी से समस्या होती हो वे अपना विशेष ध्यान रखें। जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो, जिन्हें सर्दी-जुकाम आसानी से होता हो, जिन्हें हृदय रोग, मधुमेह, श्वसनतंत्र संंबधित समस्या या रक्तचाप संबंधित समस्या हो वे इस मौसम में सतर्कता पूर्वक रहें। इन्हें ठंड से बचना चाहिए।
कोशिश करें कि गर्म कपड़े पहने रहें और धूप में जरूर बैठें। ऐसे भोजन का सेवन करें जिसकी तासीर गर्म हो। ठंडे पदार्थों के सेवन से बचें। जब सर्दी ज्यादा हो तब संतरा, मौसंबी, अमरूद, बेर आदि के सेवन से बचें। अलसुबह या देर रात खुले में जाने से परहेज करें। योगाभ्यास जरूर करें। श्वसन क्रिया करें ताकि वायरस को शरीर से बाहर किया जा सके। सुबह करीब 7 बजे से पहले घूमने नहीं निकलें और घूमने जाएं तक भी चलने की गति उतनी ही रखें कि साथ में चल रहे व्यक्ति से सहजता से बात हो सके। सुबह या रात की सैर के वक्त भी गर्म कपड़े पहनकर ही निकलें।
Posted By: Sameer Deshpande
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